ब्लड बैंक में खून का अभाव, भटक रहे जरूरतमंद मरीज
जिलाधिकारी के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग की काफी मशक्कत के बाद विगत दस वर्ष से बंद सदर अस्पताल ि
जिलाधिकारी के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग की काफी मशक्कत के बाद विगत दस वर्ष से बंद सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक को चालू किया गया है। स्टेट ड्रग कंट्रोलर सह चीफ लाइसेंस आथरिटी ने इसके लिए 18 जनवरी 19 को नई अनुज्ञप्ति दी। परंतु चालू होने के चार माह बाद ही विभागीय अधिकारियों की उदासीनता के कारण ब्लड बैंक बंद होने के कगार पर है। इसके पीछे वहां खून का संग्रह नहीं होना बताया जा रहा है। वर्तमान में ब्लड बैंक में मात्र दो यूनिट ही खून है। वह भी सबसे कम जरूरत पड़ने वाले बी-निगेटिव एवं ओ-पॉजिटिप ग्रुप का खून उपलब्ध है। खून के अभाव में मरीजों को रेफर किया जा रहा है। विभागीय अधिकारी रक्त दान शिविर लगाकर ब्लड बैंक में खून की व्यवस्था करने के प्रति उदासीन बने हुए हैं। इस तरह फिर से ब्लड बैंक के संचालन पर ग्रहण लगता दिख रहा है।
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ब्लड बैंक के चालू होने पर रक्तदाताओं में था उत्साह
ब्लड बैंक के चालू होने के बाद प्रथम बार लगाए गए रक्त दान शिविर में स्वैच्छिक रक्तदान करने के प्रति रक्त दाताओं में काफी उत्साह देखा गया। सौ से अधिक रक्तदाता अपना खून देने के लिए रक्त दान शिविर पहुंचे। परंतु सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार ने मात्र बीस रक्तदाताओं से बीस यूनिट खून ही लिया। ब्लड बैंक में अधिक खून रखने की व्यवस्था नहीं होने का हवाला देकर अन्य रक्त दाताओं को उन्होंने बैरंग वापस लौटा दिया। इस दौरान रक्त दाताओं ने ब्लड बैंक के अधिकारी को अपना पता एवं मोबाइल नंबर देते हुए कहा था कि जरूरत पड़ने पर वे खून देने के लिए ब्लड बैंक पहुंच जाएंगे। परंतु जरूरतमंदों को खून उपलब्ध कराने के लिए स्वैच्छिक रक्त दाताओं को नहीं बुलाया जा रहा है।
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अधिकांश समय ब्लड बैंक रहता है बंद
कहने को तो ब्लड बैंक में एक प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, दो लैब टेक्नीशियन एवं एक ए-ग्रेड नर्स प्रतिनियुक्त हैं। परंतु अधिकांश समय ब्लड बैंक में ताला लटका रहता है। कभी-कभार एक लैब टेक्नीशियन द्वारा ब्लड बैंक का ताला खोलकर वहां ड्यूटी करने की खानापूरी की जाती है। बताया जाता है कि ब्लड बैंक के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी कभी भी ब्लड बैंक नहीं आते हैं।
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भीषण गर्मी के कारण रक्तदान शिविर नहीं लगाया जा रहा है। संबंधित ब्लड ग्रुप के रक्त दाता को साथ लाने पर उनसे खून लेकर जरूरत मंदों को खून उपलब्ध कराया जा रहा है। ब्लड बैंक को बंद होने नहीं दिया जाएगा।
- डॉ. अशोक कुमार, सिविल सर्जन, लखीसराय