महिला कर्मियों को मिला चुनाव प्रक्रिया का प्रशिक्षण
जिले में 29 अप्रैल को चौथे चरण के तहत होने वाले लोक सभा चुनाव में महिला कर्मियों की ड्यूटी
जिले में 29 अप्रैल को चौथे चरण के तहत होने वाले लोक सभा चुनाव में महिला कर्मियों की ड्यूटी लगेगी या नहीं इसको लेकर अभी भी संसय बनी हुई है। लेकिन, जिले के सभी विभागों में कार्यरत महिला कर्मियों को भी चुनाव की ट्रेनिग लेना अनिवार्य है। अबतक जिले में चार हजार से अधिक कर्मियों को चुनाव का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। 20 मार्च तक शेष करीब तीन हजार कर्मियों को ट्रेनिग दिया जाएगा। मुख्यालय में आर. लाल कॉलेज में कार्मिक कोषांग एवं प्रशिक्षण कोषांग की निगरानी में चले रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम के चौथे दिन सोमवार को महिला कर्मियों को चुनाव प्रक्रिया की ट्रेनिग दी गई। कॉलेज परिसर महिला शिक्षकों से भरा रहा। कॉलेज के आठ अलग-अलग कमरों में दो शिफ्ट में ट्रेनिग दी गई। पहली पाली में 221 महिला पीठासीन पदाधिकारी एवं 512 महिला मतदान पदाधिकारी तृतीय एवं दूसरी पाली 112 महिला एवं 129 पुरुष मतदान पदाधिकारी तृतीय को ट्रेनिग दी गई। प्रशिक्षक प्रमोद कुमार, दिव्यांशु, शम्भू कुमार, उदयशंकर प्रसाद सिंह, निर्भय कुमार, दिवेश कुमार, अरुण कुमार, गोपाल कृष्ण सहित दो दर्जन से अधिक प्रशिक्षकों ने महिला पीठासीन पदाधिकारी को सबसे पहले ईवीएम एवं वीवीपैट मशीन संचालन करने के तरीके, मॉक पोल की तैयारी, मतदान के दौरान बूथों पर कार्य करने, फॉर्म एवं लिफाफे भरने, मतदान समाप्ति के बाद नियंत्रण यूनिट एवं मतदान यूनिट को कैरिग बॉक्स में सील करने से लेकर गश्तीदल दंडाधिकारी के साथ ईवीएम को सुरक्षित स्थल तक पहुंचाने के बारे विस्तार से जानकारी दी। प्रशिक्षकों ने तृतीय मतदान पदाधिकारी को उनके तय दायित्वों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि तृतीय मतदान पदाधिकारी पीठासीन पदाधिकारी के पास बैठेंगे। मतदाता से पर्ची प्राप्त कर उसे अपने पास सुरक्षित रखेंगे, नियंत्रण यूनिट के बैलेट बटन को दबाकर मतदान में रखी मतदान यूनिट को चालू करने, निर्वाचक के मतदान केंद्र से वापस आने पर उसकी अंगुली में अमिट स्याही के चिह्न की जांच करने की जानकारी दी।