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आयुष्मान भारत : मरीजों के इलाज के नाम पर प्रसव व बंध्याकरण

लखीसराय। गंभीर बीमारी का इलाज कराने में असमर्थ लोगों को मुफ्त बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कर

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 Feb 2019 08:04 PM (IST)Updated: Fri, 08 Feb 2019 08:04 PM (IST)
आयुष्मान भारत : मरीजों के इलाज के नाम पर प्रसव व बंध्याकरण

लखीसराय। गंभीर बीमारी का इलाज कराने में असमर्थ लोगों को मुफ्त बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर भारत सरकार ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना शुरू की है। इसके तहत गरीब परिवार के लोगों का प्रति वर्ष पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा किया गया है। उक्त योजना के मरीजों का इलाज फ्री में होता है और राशि स्वास्थ्य संस्थान देने की योजना है। इसके उलट लखीसराय जिले में अजीबोगरीब खेल खेला जा रहा है। यहां अस्पतालों में संस्थागत प्रसव व बंध्याकरण कराने वाली महिलाओं को इस योजना में शामिल किया जा रहा है। इतना ही नहीं उक्त योजना के तहत मिलने वाली राशि की मांग भी सरकार से मांग की जा रही है।इस तरह के अबतक 164 मरीजों का इलाज का दावा विभाग कर रहा है। जिसमें 143 महिलाओं का सामान्य प्रसव एवं 18 महिलाओं का बंध्याकरण शामिल है।

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कोटिवार मरीजों के इलाज किए जाने का अस्पतालवार आंकड़ा

सदर अस्पताल - कुल 119 मरीज

109 प्रसव, तीन बंध्याकरण, दो सिजेरियन प्रसव, एक गोली लगने से जख्मी मरीज, एक मरीज के आंख का इलाज एवं एसएनसीयू के दो नवजात का इलाज। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हलसी - कुल 11 मरीज

दो सामान्य प्रसव एवं नौ बंध्याकरण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूर्यगढ़ा - कुल 10 मरीज

सभी साधारण प्रसव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रामगढ़चौक - 14 मरीज

सभी सामान्य प्रसव रेफरल अस्पताल बड़हिया - कुल नौ मरीज

सात सामान्य प्रसव एवं दो बंध्याकरण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिपरिया - कुल छह मरीज

एक सामान्य प्रसव, चार बंध्याकरण एवं एक कुत्ता काटने से जख्मी मरीज का इलाज रोग वार इलाज करने के एवज में सरकार से मांग की गई राशि

प्रति प्रसव एवं सिजेरियन प्रसव का नौ हजार रुपये।

प्रति बंध्याकरण का नौ हजार रुपये।

एसएनसीयू के प्रति नवजात के इलाज करने के एवज में चार हजार रुपये।

गोली लगने एवं आंख के इलाज के एवज में प्रति मरीज 1,800 रुपये। योजना के पूर्व ही है मुफ्त प्रसव एवं बंध्याकरण करने की व्यवस्था

आयुष्मान योजना के पूर्व से सरकारी अस्पतालों में मुफ्त प्रसव एवं बंध्याकरण करने की व्यवस्था है। इसे बढ़ावा देने के लिए सरकार मरीज को प्रोत्साहन राशि भी देती है।

संस्थागत प्रसव कराने वाली ग्रामीण क्षेत्र की महिला को जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत 1,400 रुपये एवं आशा कार्यकर्ता को 600 रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाती है। जबकि शहरी क्षेत्र की महिला को एक हजार रुपये एवं आशा कार्यकर्ता को चार सौ रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाती है। प्रसव के सात दिन के भीतर बंध्याकरण कराने वाली महिला को तीन हजार रुपये, सामान्य बंध्याकरण कराने वाली महिला को दो हजार रुपये तथा नसबंदी कराने वाले पुरुष को दो हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाती है।

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आर्थिक रूप से असमर्थ लोगों को इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर आयुष्मान योजना चलाई गई है। सरकारी अस्पताल में मुफ्त प्रसव एवं बंध्याकरण कराने की व्यवस्था पूर्व से ही मौजूद है। इसलिए सामान्य प्रसव एवं बंध्याकरण को इस योजना में शामिल नहीं किया जाना चाहिए। वैसे इस योजना के बारे में और जानकारी ली जाएगी।

- डॉ. राजकिशोर प्रसाद

क्षेत्रीय अपर निदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं, मुंगेर प्रमंडल मुंगेर।


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