इंटर की प्रायोगिक परीक्षा की शुरू हुई खानपूर्ति
लखीसराय। बिहार बोर्ड द्वारा नए प्रयोग के तौर पर शुरू की गई इंटर की वार्षिक प्रायोगिक परीक्ष
लखीसराय। बिहार बोर्ड द्वारा नए प्रयोग के तौर पर शुरू की गई इंटर की वार्षिक प्रायोगिक परीक्षा भी महज खानापूर्ति की शुरुआत मानी जा सकती है। इंटर कॉलेजों एवं प्लस टू विद्यालय में 12वीं की जांच परीक्षा के बाद कक्षा संचालन नहीं हुआ। परीक्षार्थी ने कभी प्रायोगिक क्लास किया नहीं। ऐसे में परीक्षार्थी प्रायोगिक परीक्षा में बिना नकल के लिखने में भी खुद को असमर्थ मान रहे हैं।
बुधवार को जिले के लगभग प्लस टू विद्यालय में प्रायोगिक परीक्षा शुरू हुई। मुख्यालय स्थित विभिन्न प्लस टू विद्यालय में परीक्षा की पड़ताल में जो सामने आया है। उससे कहीं नहीं लगा कि बोर्ड द्वारा होम सेंटर में ली जा रही परीक्षा कदाचार मुक्त हो रही है। परीक्षार्थी गेस पेपर से नकल करते देखे गए। शिक्षा विभाग का कोई भी पदाधिकारी किसी भी विद्यालय में जाकर परीक्षा का हाल जानने नहीं पहुंचा। खास बात यह है कि प्लस टू विद्यालय में एक ही शिक्षक कई विद्यालयों के बाह्य परीक्षक बनाए गए थे। शिक्षकों की भारी कमी के कारण बाह्य परीक्षकों की डिमांड बढ़ गई है।
मुख्यालय स्थित पुरानी बाजार प्लस टू विद्यालय में बुधवार को प्रायोगिक परीक्षा शुरू हुई। पहले दिन दो पाली में भौतिकी विषय में 100 परीक्षार्थी की परीक्षा ली गई। परीक्षा के लिए प्लस टू विद्यालय हलसी के शिक्षक राजेश कुमार को बाह्य परीक्षक बनाया गया था। लेकिन उनकी अनुपस्थिति में आंतरिक परीक्षक ने ही पूरी परीक्षा ली। महिला विद्या मंदिर प्लस टू विद्यालय लखीसराय का भी वही हाल था। इस विद्यालय में विज्ञान शिक्षिका सुजाता रानी की देखरेख में जीव विज्ञान की प्रायोगिक परीक्षा हुई। इसके लिए उच्च विद्यालय प्रतापपुर के शिक्षक प्रभाकर कुमार वर्मा को बाह्य परीक्षक बनाया गया था। लेकिन वे डकरा विद्यालय में भी परीक्षा ले रहे थे। डॉ. पायल कुमारी की देखरेख में मनोविज्ञान विषय की परीक्षा हुई। जिसमें आर. लाल कॉलेज लखीसराय के प्रो. गोरेलाल बाह्य परीक्षक बनाये गए थे। लेकिन उनकी अनुपस्थिति में ही परीक्षा ली गयी है। महिला विद्या मंदिर उच्च विद्यालय में मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2019 में शामिल परीक्षार्थियों के बीच एडमिड कार्ड वितरण किया गया। इसको लेकर दिनभर विद्यालय में छात्राओं की भीड़ लगी रही। केएसएस कॉलेज लखीसराय में भी दूसरे दिन भौतिकी और रसायन की प्रायोगिक परीक्षा हुई। मुख्यालय में प्लस टू उच्च विद्यालय हसनपुर एवं दुर्गा उच्च विद्यालय लखीसराय में दूसरे दिन भी इंटर की प्रायोगिक परीक्षा शुरू नहीं हुई। अधिकांश प्लस टू विद्यालय में विज्ञान विषय के अतिथि शिक्षक मौजूद रहने के बाद भी उन्हें प्रायोगिक परीक्षा से अलग रखा गया है।