सरकारी स्कूल के 50 हजार छात्रों को नहीं मिली पोशाक राशि
लखीसराय। शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए शिक्षा विभाग ने प्रारंभिक और माध्यमिक विद्य
लखीसराय। शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए शिक्षा विभाग ने प्रारंभिक और माध्यमिक विद्यालय के छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए पोशाक योजना चलाई है। इस योजना से बदलाव भी आया है। लेकिन समय के साथ-साथ पोशाक योजना के पात्रता नियम में होने वाले बदलाव के कारण हजारों की संख्या में स्कूली बच्चे आज भी बिना पोशाक के विद्यालय जा रहे हैं।
एक पखवाड़े से शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों द्वारा स्कूलों की जांच में भी इसका खुलासा हुआ है। लखीसराय जिले के सरकारी स्कूलों में पोशाक योजना की जब जागरण टीम ने पड़ताल की तो पाया की अब भी 50 हजार से अधिक ऐसे छात्र छात्रा हैं जिन्हें पोशाक राशि नहीं मिली है। योजना से वंचित इन हजारों छात्रों का कसूर सिर्फ इतना है कि उनकी कक्षा में उपस्थिति 75 फीसद पूरी नहीं हुई। पांच फीसद वैसे छात्र भी हैं जो गरीब परिवार से आते हैं और इस कारण उनके परिजनों ने पोशाक राशि को घर के निजी कार्य मे खर्च दिया है। शिक्षा पदाधिकारी और विद्यालय के शिक्षक की मानें तो बिना पोशाक वही बच्चे विद्यालय आ रहे हैं जिनकी 75 फीसद उपस्थिति पूरी नहीं होने पर राशि नहीं मिली है। बाकी जिनको राशि मिली है उसमें 95 फीसद बच्चे पोशाक पहनकर आते हैं।
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चुनावी साल में बदल जाता है पोशाक योजना का नियम
वर्ष 2017-18 में शिक्षा विभाग ने स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की 75 फीसद हाजरी के आधार पर पोशाक राशि देने का आदेश दिया। विभाग के रिपोर्ट के अनुसार लखीसराय जिले में कुल 769 प्रारंभिक विद्यालय में कक्षा एक से पांच तक कुल एक लाख 48 हजार 545 बच्चों ने नामांकन कराया था। जबकि कक्षा छह से आठ तक मे 69 हजार 560 बच्चे थे। विभाग के पदाधिकारियों की मानें तो कुल नामांकन का 40 से 50 फीसद तक बच्चे ही स्कूल आते हैं जिसकी 75 फीसद उपस्थिति के आधार पर जिले में कक्षा एक से आठ के कुल 75,216 बच्चों को पोशाक राशि दी गयी। प्रारंभिक विद्यालयों में 45 हजार से अधिक बच्चों को पोशाक राशि नहीं मिली। उसी तरह जिले के माध्यमिक एवं प्लस टू विद्यालय में नामांकित कुल 12,000 छात्रों में 75 फीसद के आधार पर कक्षा 9 से 12 वीं की 5,535 छात्रा को ही पोशाक राशि मिली। यानी माध्यमिक स्कूल आने वाले पांच हजार से अधिक छात्र बिना पोशाक आते हैं। खास बात यह है कि वर्ष 2018-19 चुनावी वर्ष है। सरकार ने इस साल 75 फीसद की उपस्थिति की अनिवार्यता खत्म कर दी है। इस बार सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले सभी छात्रों को राशि मिलेगी। साथ ही राशि में बढ़ोतरी भी की गई है।
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लखीसराय में 10 हजार व पिपरिया में 21,00 बच्चों को नहीं मिली राशि
लखीसराय प्रखंड अंतर्गत कुल 116 सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से आठ तक कुल नामांकन 36,827 था। गत वर्ष 75 फीसद उपस्थिति के आधार राशि वितरण के बाद भी 10,000 से अधिक बच्चों को हाजरी पूरा नहीं होने के कारण पोशाक की राशि नहीं मिली। पिपरिया के बीईओ रामचंद्र प्रसाद विमल से मिली जानकारी के अनुसार प्रखंड के कुल 48 विद्यालय में 6,771 बच्चों का नामांकन हुआ था। 75 फीसद हाजरी के आधार पर 4,671 बच्चों को पोशाक राशि मिली जबकि 2,100 बच्चों को राशि नहीं मिल सकी।