बाल विवाह रोकने के लिए होगी विशेष निगरानी
लखीसराय। लग्न अवधि में बाल विवाह एवं दहेज लेनदेन की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन ने इसके लिए वि
लखीसराय। लग्न अवधि में बाल विवाह एवं दहेज लेनदेन की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन ने इसके लिए विशेष निगरानी की तैयारी की है। सरकार के बाल विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन अभियान को जिले में प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए जिलाधिकारी शोभेन्द्र कुमार चौधरी ने विशेष निर्देश जारी किया है। इसके लिए डीएम ने एसडीओ एवं जिला कल्याण पदाधिकारी सह जिला दहेज निषेध पदाधिकारी को बाल विवाह रोकने के लिए विशेष चौकसी बरतने का निर्देश दिया है।
जिलाधिकारी ने कहा है कि जिले के जिन मंदिरों एवं धार्मिक स्थलों पर विवाह संपन्न होता है, उन सभी जगहों पर पुलिस बल के साथ दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त किया जाए ताकि बाल विवाह पर रोक लग सके। जिलाधिकारी ने सभी बीडीओ को निर्देश दिया है कि पंचायतों के मुखिया से समन्वय बनाकर दहेज और बाल विवाह वाली शादी को रोकने का निर्देश दिया। सरकारी आदेश के अनुसार किसी भी पंचायत में अगर दहेज प्रथा व बाल विवाह का मामला पकड़ा गया तो पंचायत प्रतिनिधि से लेकर वर-वधू को भी जेल की हवा खानी पड़ सकती है। सरकार के इस अभियान को सफल बनाने में पंचायत प्रतिनिधियों की अहम जिम्मेदारी है। जिलाधिकारी ने थाना स्तर पर चौकीदारों, महादलित टोलों में विकास मित्र द्वारा होने वाली शादियों पर नजर रखने को कहा गया है। जिलाधिकारी ने शादी करवाने वाले पंडितों, ¨प्र¨टग प्रेस, कैटरर, बैंडबाजा आदि के लिए पूर्व में जारी निर्देशों का सख्ती से अनुपालन कराने एवं दहेज लेन देन की सूचना पर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश एसडीओ को दिया है।