श्वेत क्रांति को बढ़ावा देने के प्रति बैंक उदासीन
लखीसराय। सरकार कृषि के साथ श्वेत क्रांति को बढ़ावा दे रही है। इसको लेकर किसानों को अनुदानित दर पर दु
लखीसराय। सरकार कृषि के साथ श्वेत क्रांति को बढ़ावा दे रही है। इसको लेकर किसानों को अनुदानित दर पर दुधारू गाय उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है। इसके तहत जिला गव्य विकास पदाधिकारी द्वारा किसानों के आवेदन को स्वीकृत करके बैंक भेजा जाता है। परंतु जिले के विभिन्न बैंकों के द्वारा जिला गव्य विकास पदाधिकारी द्वारा भेजे गए आवेदन को नजर अंदाज किया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2017-18 में जिले में समग्र ग्राम विकास योजना के तहत सामान्य जाति के 79 एवं अनुसूचित जाति के 31 किसानों को लाभान्वित करने का लक्ष्य निर्धारित है। इसको लेकर सामान्य जाति के 308 एवं अनुसूचित जाति के 137 किसानों ने जिला गव्य विकास पदाधिकारी कार्यालय में आवेदन दिया। इसमें से जिला गव्य विकास पदाधिकारी ने सामान्य जाति के 59 एवं अनुसूचित जाति के 30 आवेदन को स्वीकृत कर विभिन्न बैंक भेजा। जिसमें से विभिन्न बैंक द्वारा अबतक सामान्य जाति के 34 एवं अनुसूचित जाति के 14 आवेदन को ऋण के लिए स्वीकृत किया गया है। डेयरी उद्यमिता विकास योजना के तहत सामान्य जाति के 81 एवं अनुसूचित जाति के 12 किसानों को लाभान्वित करने का लक्ष्य निर्धारित है। इसको लेकर सामान्य जाति के 272 एवं अनुसूचित जाति के 49 किसानों ने जिला गव्य विकास पदाधिकारी कार्यालय में आवेदन दिया है। जिसमें से जिला गव्य विकास पदाधिकारी ने सामान्य जाति के 110 एवं अनुसूचित जाति के 23 किसानों के आवेदन को स्वीकृत कर ऋण उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न बैंक भेजा परंतु बैंक ने एक भी आवेदन को ऋण देने की स्वीकृति नहीं दी है।
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समग्र गव्य विकास योजना का निर्धारित लक्ष्य
सामान्य जाति के लिए
पांच संकर नस्ल बाछी के लिए दस किसानों को प्रति किसान : 1,32,000 रुपये
10 संकर नस्ल बाछी के लिए छह किसानों को प्रति किसान : 2,64,000 रुपये
15 संकर नस्ल बाछी के लिए चार किसानों को प्रति किसान : 3,96,000 रुपये
20 संकर नस्ल बाछी के लिए दो किसानों को प्रति किसान : 5,28,000 रुपये
दो दुधारू मवेशी के लिए 25 किसानों को प्रति किसान : 1,06,000 रुपये
चार दुधारू मवेशी के लिए 19 किसानों को प्रति किसान : 2,40,000 रुपये
छह दुधारू मवेशी के लिए आठ किसानों को प्रति किसान : 3,60,000 रुपये
10 दुधारू मवेशी के लिए पांच किसानों को प्रति किसान : 3,00,000 रुपये
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अनुसूचित जाति के लिए
पांच संकर नस्ल बाछी के लिए सात किसानों को प्रति किसान : 1,32,000 रुपये
दो संकर नस्ल दुधारू मवेशी के लिए 16 किसानों को प्रति किसान : 1,06,000 रुपये
चार संकर नस्ल दुधारू मवेशी के लिए आठ किसानों को प्रति किसान : 2,40,000 रुपये
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अनुदान की है व्यवस्था
सामान्य जाति को विभिन्न योजनाओं पर पचास फीसद एवं अनुसूचित जाति को 66.66 फीसद अनुदान दिया जाना है। उक्त योजनाओं के अलावा उद्यमिता विकास योजना के तहत सामान्य जाति के 79 किसानों को विभिन्न योजनाओं से मवेशी उपलब्ध कराना है। जबकि एक किसान को मि¨ल्कग मशीन/ मिल्को टेस्टर / ब्लक मिल्क कूलर का क्रय करने के लिए 20 लाख रुपये एवं ईन्डीजिनियस दुग्ध उत्पाद निर्माण हेतु दुग्ध प्रसंस्करण का क्रय करने को लेकर 13 लाख 20 हजार रुपये का ऋण उपलब्ध कराना है। साथ ही अनुसूचित जाति के 12 किसानों को विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करना है।
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बैंक द्वारा पूरी तरह जांच-पड़ताल करने के बाद ही किसानों को ऋण दिया जाता है। संबंधित सभी बैंक के प्रबंधक को जिला गव्य विकास पदाधिकारी द्वारा भेजे गए आवेदन की जांच-पड़ताल कर ऋण उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। जालसाज को ऋण नहीं दिया जाता है।
- सुभाषचंद्र लेंका, मुख्य अग्रणी बैंक प्रबंधक, लखीसराय