बाढ़ पूर्व तैयारी को जमीन पर उतारने की जरूरत : मंत्री
बाढ़ पूर्व तैयारी को व्यवहार में लाया जाता तो बाढ़ पीड़ितों को कम परेशानी होती संवाद सह
बाढ़ पूर्व तैयारी को व्यवहार में लाया जाता तो बाढ़ पीड़ितों को कम परेशानी होती
संवाद सहयोगी, लखीसराय : सूबे के श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने बाढ़ पूर्व तैयारी की कागजी खानापूरी किए जाने पर चिता व्यक्त करते हुए कहा कि बाढ़ पूर्व तैयारी को अगर व्यवहारिकता में उतारा जाता तो बाढ़ पीड़ितों को कम परेशानी होती। उन्होंने सरकार एवं जिला प्रशासन से बाढ़ पूर्व तैयारी को जमीन पर उतारने की अपील की है। श्रम संसाधन मंत्री श्री सिन्हा रविवार को लखीसराय विधानसभा प्रधान कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने वर्ष 2019 एवं 2016 में बिहार में आई बाढ़ से सीख लेकर बाढ़ पूर्व तैयारी को जमीन पर उतारने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बाढ़ पूर्व तैयारी के अनुसार बाढ़ प्रभावित गांव में पर्याप्त संख्या में नाव उपलब्ध कराने एवं वर्षा से बचाव को लेकर व्यवस्था किए जाने पर लोगों को इतनी परेशानी नहीं होती। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा आपदा को प्राथमिकता में रखा गया है। बाढ़ का पानी घर में घुसने वाले प्रत्येक परिवार को बाढ़ राहत एवं फसल क्षति होने वाले किसानों को फसल क्षतिपूर्ति की राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि बाढ़ का पानी निकलने के बाद महामारी से बचाव को लेकर जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरी तैयारी कर ली गई है। उन्होंने नगर परिषद एवं नगर पंचायत को दीपावली एवं छठ पूजा को ध्यान में रखकर साफ-सफाई एवं जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित कराने को कहा। श्रम संसाधन मंत्री श्री सिन्हा ने कहा कि जिले में जन वितरण प्रणाली विक्रेता की बहाली में घोर अनियमितता बरती गई है। अभ्यर्थियों की शिकायत पर उन्होंने विभागीय मंत्री एवं सचिव को पत्र लिखकर लखीसराय जिले में हुए जन वितरण प्रणाली विक्रेता बहाली की जांच कर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष प्रो. देवानंद साहू, भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष शशिबाला भदानी, किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष महेन्द्र प्रसाद यादव, नगर मंत्री अमरजीत प्रजापति आदि मौजूद थे।