प्रशिक्षण हुआ समाप्त, अब विभाग की कमान संभालेंगे वरीय उपसमाहर्ता
जिले में पदस्थापित दो प्रशिक्षु वरीय उपसमाहर्ता के बीच जिलाधिकारी ने किया कार्यों का बंटवारा
जिले में पदस्थापित दो प्रशिक्षु वरीय उपसमाहर्ता के बीच जिलाधिकारी ने किया कार्यों का बंटवारा संवाद सहयोगी, लखीसराय : लखीसराय जिले में बिहार प्रशासनिक सेवा के दो प्रशिक्षु वरीय उपसमाहर्ता का प्रशिक्षण का निर्धारित कार्यकाल 12 अक्टूबर को पूरा हो गया। अब दोनों अधिकारी जिले में बतौर वरीय उपसमाहर्ता के रूप में काम करेंगे। जिलाधिकारी शोभेंद्र कुमार चौधरी ने दोनों अधिकारियों के बीच विभागों का बंटवारा कर जिम्मेदारी तय कर दी है। जानकारी हो कि राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा लखीसराय जिले में प्रशिक्षु वरीय उपसमाहर्ता के रूप में विकास कुमार एवं अविनाश कुमार का पदस्थापन किया था। इन दोनों अधिकारियों ने जिले में कई महीनों तक सरकारी बैठकों, कार्यक्रमों एवं अन्य गतिविधियों में शामिल होकर प्रशिक्षण प्राप्त किया। विभाग द्वारा तय समय के अनुसार दोनों प्रशिक्षु वरीय उपसमाहर्ता का प्रशिक्षण अवधि पूरा हो गया। जानकारी हो कि जिले में वरीय उपसमाहर्ता का चार पद लंबे समय से रिक्त था। अब जिले को दो नए वरीय उपसमाहर्ता मिल जाने से कई विभागों का प्रभार लेकर किसी तरह काम कर रहे कतिपय पदाधिकारियों को राहत भी मिल गई है। जिलाधिकारी ने इन दोनों युवा अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी दी है। वरीय उपसमाहर्ता विकास कुमार को सामाजिक सुरक्षा कोषांग का सहायक निदेशक बनाया गया है। लंबे समय से पदाधिकारियों की कमी रहने के कारण यह विभाग आईसीडीएस की डीपीओ कुमारी अनुपमा देख रही थी। इसके अलावा विकास कुमार को मंडल कारा लखीसराय का प्रभारी कारा अधीक्षक की बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। जिले में कारा अधीक्षक का पद वर्षों से खाली है। जिला भूअर्जन पदाधिकारी परमानंद कुमार के जिम्मे यह प्रभार था। जिला राजस्व एवं लोक सूचना का अधिकार का भी प्रभार वरीय उपसमाहर्ता विकास कुमार को दिया गया है। उसी तरह वरीय उपसमाहर्ता अविनाश कुमार को वरीय उप समाहर्ता बैंकिग, प्रभारी पदाधिकारी जिला सामान्य शाखा एवं सूर्यगढ़ा का अवर निबंधक की जिम्मेदारी दी गई है। जानकारी हो कि जिले में लंबे समय से बैंकिग उपसमाहर्ता का पद रिक्त रहने के कारण जिले में बैंकिग सेक्टर की लचर व्यवस्था से जिले के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। नए अधिकारी द्वारा कमान संभालने के बाद इसमें सुधार की उम्मीद जगी है।