बीडीओ व शिक्षा विभाग की लड़ाई में शिक्षक बन रहे आरोपित
बीआरसीसी के खिलाफ महिला शिक्षक ने दर्ज कराया एससी-एसटी एक्ट के तहत केस क्षेत्राधिकार क
बीआरसीसी के खिलाफ महिला शिक्षक ने दर्ज कराया एससी-एसटी एक्ट के तहत केस
क्षेत्राधिकार को लेकर बीडीओ व शिक्षा विभाग के डीपीओ स्थापना हैं आमने-सामने संवाद सूत्र, चानन (लखीसराय) : चानन प्रखंड क्षेत्र में अपने अधिकार को लेकर बीडीओ और शिक्षा विभाग आमने-सामने है। महीनों से जारी इस लड़ाई का खामियाजा शिक्षकों को भुगतना पड़ रहा है। विभागीय अधिकारी और बीडीओ जहां एक दूसरे के निर्णय के खिलाफ पत्र जारी कर रहे हैं वहीं शिक्षक भी इस कारण दो गुट में बंट चुके हैं।नतीजतन बीआरसीसी मुकेश कुमार सिंह के खिलाफ एक महिला शिक्षक ने एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया है। इसकी आशंका बीआरसीसी को पहले से थी। इस कारण उन्होंने 24 सितंबर को बीईओ अवधेश ठाकुर एवं बीडीओ मनोज कुमार को आवेदन देकर दोनों पदाधिकारियों को अवगत भी कराया था। मामला वेतन भुगतान से जुड़ा हुआ है। लाखोचक पंचायत अंतर्गत वर्ष 2019 में नियोजित चार शिक्षकों द्वारा वेतन चालू करने एवं प्रतिनियोजन समाप्त करने के बाद मूल विद्यालय विरमित हुए कुछ शिक्षकों द्वारा पुन: प्रतिनियोजन करवाने अन्यथा एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करके फंसाने की धमकी दी गई थी। बीआरसीसी मुकेश कुमार सिंह के द्वारा विभाग के अलावा जिले व प्रखंड के पदाधिकारी को आवेदन देकर अवगत कराया गया। उधर धमकी के तीसरे दिन ही 27 सितंबर को प्राथमिक विद्यालय हरिजन टोला सिंहचक की शिक्षिका सीमा कुमारी ने बीआरसीसी मुकेश पर मारपीट करने और जाति सूचक गाली गलौज करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है। जानकारी के अनुसार बीडीओ मनोज कुमार ने 15 शिक्षकों को विभिन्न विद्यालयों में प्रतिनियोजन किया था। फिर इनमें से पांच शिक्षकों को मूल विद्यालय भेज दिया। इसके बाद शिक्षा विभाग के डीपीओ स्थापना ने एक पत्र निकालकर उक्त प्रतिनियोजन को रद कर दिया। इसको लेकर दोनों में क्षेत्राधिकार का विवाद कायम है और शिक्षक भी दो गुट में बंटे हैं।