अब चुनाव बाद पूरा होगा बाइपास सड़क का सपना
122 करोड़ की लागत से 6.593 किलोमीटर सड़क निर्माण कार्य पूर्ण किऊल-गया एवं किऊल-मोकामा
122 करोड़ की लागत से 6.593 किलोमीटर सड़क निर्माण कार्य पूर्ण, किऊल-गया एवं किऊल-मोकामा रेलखंड पर ओवरब्रिज का निर्माण होना बाकी
संवाद सहयोगी, लखीसराय : लखीसराय जिले का ड्रीम प्रोजेक्ट बाइपास सड़क का सपना अब लोक सभा चुनाव के बाद पूरा होगा। चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पूर्व रेलवे द्वारा किऊल-गया एवं किऊल-मोकामा रेलखंड पर मेगा ब्लॉक की अनुमति नहीं दिए जाने के कारण इन दोनों रेलखंड पर दो जगहों पर ओवरब्रिज का निर्माण नहीं हो पाया।जिसके कारण यह परियोजना पूरी नहीं हो सकी। पथ निर्माण विभाग के अभियंताओं की मानें तो लखीसराय बाइपास सड़क 6.593 किलोमीटर का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। रेलवे द्वारा मेगा ब्लॉक की अनुमति मिलते ही दोनों रेलखंड पर ओवरब्रिज का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इस ड्रीम प्रोजेक्ट के पूरा होने से जिले में विकास की रफ्तार बढ़ेगी और चिकनी सड़क पर लोग फर्राटे भरेंगे। फिलहाल बाइपास सड़क से सटे अस्थाई रास्ते से छोटी वाहनों का परिचालन जारी है। जानकारी हो कि राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 22 मई 2013 को लखीसराय आकर 122 करोड़ की लागत से बाइपास सड़क निर्माण कार्य का कार्यारंभ किया था। सात मीटर चौड़ी कुल 6.593 किलोमीटर की सड़क निर्माण होना था। जो पूर्ण कर लिया गया है। इस परियोजना के तहत 44 आरओबी पाइल और छह पुल-पुलिया का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। मुख्यमंत्री ने योजना का कार्य शुरू करते हुए योजना पूर्ण करने की अंतिम तिथि 21 मई 2015 तय की थी। लेकिन कतिपय कारणों से सीएम द्वारा निर्धारित समय तक कार्य पूर्ण नहीं हुआ। सरकार ने कार्य करा रहे एजेंसी को 31 दिसम्बर 2018 तक कार्य पूर्ण करने का फिर से निर्देश दिया। ताकि चुनाव से पूर्व इसका उद्घाटन हो सके। लेकिन कार्य एजेंसी द्वारा पथ निर्माण कार्य पूर्ण कर लेने के बाद मामला रेलवे की पेंच में फंस गया। जिसके कारण दोनों रेलखंड पर ओवरब्रिज का निर्माण नहीं हो पाने के कारण परियोजना लटक गई।