विधायक को न्याय नहीं मिलने पर सड़क पर उतरेगी राजद
सत्ता पक्ष के इशारे पर विधायक को झूठे आपराधिक मामले में फंसाने का राजद ने लगाया आरोप
सत्ता पक्ष के इशारे पर विधायक को झूठे आपराधिक मामले में फंसाने का राजद ने लगाया आरोप
जमीन विवाद को लेकर प्रदेश स्तरीय राजद की टीम ने घटनास्थल पर जाकर लिया मामले का जायजा संवाद सहयोगी, लखीसराय : जमीन विवाद के मामले में सूर्यगढ़ा विधायक प्रह्लाद यादव के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज होने के बाद राजद भी विधायक के पक्ष में गोलबंद हो गई है। सोमवार को राजद के प्रदेश प्रतिनिधि रामानुज प्रसाद ¨सह एवं राज्य परिषद सदस्य सह जिला प्रवक्ता भगवान यादव के नेतृत्व में पार्टी की आठ सदस्यीय की टीम शहर के वार्ड नंबर 10 स्थित विवादित जमीन पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली। इसके बाद राजद के प्रदेश प्रतिनिधि श्री ¨सह ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जिला परिषद अध्यक्ष रामशंकर शर्मा उर्फ नूनू बाबू के विरुद्ध लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर 19 जनवरी को बुलाई गई बैठक में जिला परिषद अध्यक्ष की कुर्सी बचाने के उद्देश्य से सत्ता पक्ष के इशारे पर साजिश रचकर विधायक प्रहलाद यादव को झूठे आपराधिक मामले में फंसाया गया है। विधायक को न्याय नहीं मिलने पर राजद सड़क पर उतरकर आंदोलन करेगी। उन्होंने बताया कि एक महिला की जमीन को श्रम संसाधन मंत्री विजय सिन्हा द्वारा जबरन कब्जा र लिया गया है। इस संबंध में लखीसराय थाना (कबैया) कांड संख्या 558/16 के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इस मामले में सत्ता पक्ष की जुबान बंद है। उन्होंने मुख्यमंत्री से विजय सिन्हा को मंत्रिमंडल से हटाकर गिरफ्तार करने की मांग की है। श्री ¨सह ने कहा कि अपनी सास सुदामा देवी से दान पत्र में मिली जमीन को अरूणा देवी ने 30 सितंबर 2003 को अपने बेटों के बीच रजिस्ट्री बंटवारा की है। जिसमें खाता नंबर 399, खेसरा नंबर 208 स्थित नौ डिसमिल जमीन सत्येन्द्र कुमार सिन्हा के हिस्सा में मिली है। सत्येन्द्र कुमार सिन्हा ने अपने हिस्से की उक्त जमीन को 12 लाख में बेचने के लिए 6 नवंबर 18 को विधायक प्रहलाद यादव के पुत्र विनय कुमार के साथ एग्रीमेंट किया है। जिसमें से एचडीएफसी बैंक के खाते में राशि का भुगतान भी किया गया है। एग्रीमेंट के अनुसार शेष दस दस लाख रुपये 05 अक्टूबर 19 तक भुगतान करने के बाद रजिस्ट्री की जाएगी।इसी बीच फर्जीवाड़ा करके उक्त जमीन को स्व. राम किशुन सिन्हा के पुत्र परमानंद सिन्हा द्वारा वर्ष 2008 में अपनी पत्नी वीणा देवी के नाम रजिस्ट्री कर दिया गया है। इसके बाद वीणा देवी ने उक्त जमीन को 4 जनवरी 19 को आशीष कुमार सिन्हा उर्फ मनीष सिन्हा के नाम से रजिस्ट्री कर दी है। उन्होंने कहा कि आशीष कुमार सिन्हा को जमीन पर घेराबंदी करने से विधायक श्री यादव ने मना किया लेकिन इसके विपरीत प्राथमिकी दर्ज कर दी गई है। इस अवसर पर जमीन मालिक सत्येन्द्र कुमार सिन्हा, विधायक के पुत्र विनय कुमार के अलावा राजद की टीम में शामिल पूर्व मुखिया पप्पू यादव, विधायक प्रतिनिधि अवध किशोर सिन्हा, रामाकांत राय, श्रवण यादव, कन्हैया कुमार उपस्थित थे।