शिक्षिका के साथ दुर्व्यवहार मामले में डीपीओ से स्पष्टीकरण
फालोअप ------- उर्दू प्राथमिक विद्यालय नंदनामा की प्रधान शिक्षिका ने डीईओ को आवेदन देकर लग
फालोअप
------- उर्दू प्राथमिक विद्यालय नंदनामा की प्रधान शिक्षिका ने डीईओ को आवेदन देकर लगाई न्याय की गुहार
एमडीएम डीपीओ की कारगुजारी से शिक्षकों में गहराता जा रहा आक्रोश, डीएम ने दिया जांच का आदेश
संवाद सहयोगी, लखीसराय : विद्यालय जांच के दौरान एमडीएम डीपीओ रमेश पासवान द्वारा उर्दू प्राथमिक विद्यालय नंदनामा की प्रधान शिक्षिका निखित परवीन के साथ दुर्व्यवहार करने की घटना ने जिले में शिक्षा विभाग की बदहाल व्यवस्था एवं पदाधिकारियों की कारगुजारी ने कई सवाल खड़ा कर दिया है। घटना की जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी ने बीडीओ रामगढ़ चौक को पूरे मामले की जांच करने का निर्देश दिया है। उधर डीईओ सुनयना कुमारी ने एमडीएम डीपीओ रमेश पासवान से स्पष्टीकरण मांगा है। एमडीएम डीपीओ रमेश पासवान द्वारा विद्यालय जांच के दौरान उनके व्यवहार एवं बर्ताव को लेकर पूर्व में भी कई गंभीर आरोप लगते रहे हैं। डीईओ द्वारा कई बार डीपीओ को फटकार लगाने के बाद भी एमडीएम डीपीओ की कार्यशैली में सुधार नहीं हुआ है। जिसके कारण जिले के शिक्षकों में आक्रोश गहराता जा रहा है। उधर उर्दू प्राथमिक विद्यालय नंदनामा की प्रधान शिक्षिका निखित परवीन ने डीईओ को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। पूरे मामले की जांच के दौरान पीड़ित शिक्षिका ने डीईओ से डीपीओ श्री पासवान द्वारा दुर्व्यवहार करने एवं जबरन हाथ पकड़कर तालीमी मरकज शिक्षा स्वयं सेवक की बहाली रजिस्टर पर हस्ताक्षर कराने, 5,000 रुपये रिश्वत मांगने तथा डीपीओ द्वारा अपने आवास पर बुलाने की बात कही है। मामला उजागर होने के बाद डीपीओ रमेश पासवान पूरे मामले को नया रूप देकर प्रधान शिक्षिका पर ही कई गंभीर आरोप लगाकर उसके नियोजन को ही फर्जी बता रहे हैं। डीईओ सुनयना कुमारी ने बताया कि घटना की सूचना पर जब पीएचसी रामगढ़ चौक जाकर पीड़ित शिक्षिका से पूछताछ की। डीईओ ने कहा कि शिक्षिका निखित परवीन ने डीपीओ एमडीएम पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। इस मामले में डीपीओ से स्पष्टीकरण मांगा गया है। डीपीओ द्वारा जवाब मिलने के बाद उसकी भी जांच की जाएगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी। डीईओ ने कहा कि शिक्षिका के साथ जो कुछ भी हुआ। वह सही नहीं है। डीईओ ने एमडीएम डीपीओ की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि पूर्व में भी डीपीओ के खिलाफ कई शिकायत मिली। लेकिन कार्यशैली में कोई सुधार नहीं हुआ है। उधर कई विद्यालय के शिक्षकों ने आरोप लगाया कि डीपीओ एमडीएम द्वारा अनाधिकृत रूप से एमडीएम बीआरपी पंकज कुमार एवं नियोजित शिक्षक कुंदन कुमार रंजन को साथ लेकर विद्यालय की जांच करते हैं। उधर शिक्षकों की समस्या और उनके अधिकार की लड़ाई लड़ने वाले जिले के कतिपय नियोजित शिक्षक संघों के नेताओं ने शिक्षिका निखित परवीन के साथ डीपीओ एमडीएम द्वारा किए गए दूर्व्यवहार मामले में चुप्पी साध रखी है। इसको लेकर भी नियोजित शिक्षकों में गहरी नाराजगी है। उधर एमडीएम डीपीओ रविवार को अवकाश रहने के बाद भी पत्रकारों को बुलाकर शिक्षिका प्रकरण में खुद को निर्दोष बताने की सफाई देते रहे। डीपीओ रमेश पासवान ने कहा शिक्षिका निखित परवीन द्वारा उनके उपर लगाए सभी आरोपों को गलत बताते हुए शिक्षिका पर ही कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि शिक्षिका निखित परवीन फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी हासिल की। नियोजन इकाई ने फर्जी तरीके से उसकी बहाली की है। डीपीओ ने कहा कि शिक्षिका विद्यालय की आड़ में गलत कार्य करती है। जब कोई पदाधिकारी जांच में जाता है तो वह बेहोशी का झूठा नाटक करने लगती है। डीपीओ श्री पासवान ने कहा कि शनिवार को तालीमी मरकज की बहाली मामले की जांच के दौरान विद्यालय में मेरे साथ गए दो लिपिक एवं अन्य काफी लोग मौजूद थे। मेरे सामने प्रधान शिक्षिका को कुछ नहीं हुआ था। डीपीओ ने कहा कि शिक्षिका निखित परवीन बेहोशी की नोटंकी कर अस्पताल में भर्ती हो गई। पूरी जांच रिपोर्ट जिला लोक प्राधिकार को भेजा जाएगा।