ट्रेन डकैती : नाटा व काला की पहचान में उलझी रही पुलिस
नई दिल्ली-भागलपुर साप्ताहिक ट्रेन में डाका डालने के बाद सभी अपराधी पहाड़ी क्षेत्र की ओर भा
नई दिल्ली-भागलपुर साप्ताहिक ट्रेन में डाका डालने के बाद सभी अपराधी पहाड़ी क्षेत्र की ओर भागे
कजरा व चानन थाना क्षेत्र के इलाके में एसटीएफ के साथ जिला पुलिस की टीम ने की छापेमारी
संवाद सहयोगी, लखीसराय : बुधवार की रात लखीसराय जिला अंतर्गत धनौरी-उरैन के बीच पवई हॉल्ट पर नई दिल्ली-भागलपुर साप्ताहिक ट्रेन में हुई भीषण डकैती की घटना ने ट्रेनों में सुरक्षित यात्रा के दावे की पोल खोल दी है। अपराधियों ने रेल पुलिस के साथ-साथ जिला पुलिस को भी खुलेआम चुनौती दी है। ट्रेन डकैती में शामिल सभी अपराधी स्थानीय भाषा में बातचीत कर रहे थे तथा सभी नवयुवक थे। ट्रेन पर सवार पीड़ित यात्रियों ने जिला पुलिस को जो जानकारी दी उसके अनुसार बताया गया कि सभी अपराधी नाटे कद के व काले थे। घंटों लूट के बाद सभी अपराधी चानन की तरफ पहाड़ी क्षेत्र की ओर भागे। एएसपी अभियान पवन कुमार उपाध्याय एवं एसडीपीओ मनीष कुमार के नेतृत्व में एसटीएफ एवं जिले के विभिन्न थानों की पुलिस की टीम कजरा और चानन थाना क्षेत्र के दर्जन भर गांव में जाकर सघन छापेमारी की। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ट्रेन में डाका डालने के बाद कुछ अपराधी चानन थाना क्षेत्र के लाखोचक गांव की ओर भागे। पुलिस की टीम ने लाखोचक, रामसीर, दाढ़ीसीर, लय, पवई, उरैन, बसुहार, नवकाडीह सहित दर्जन भर गांवों में छापेमारी की, लेकिन पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला। पुलिस पूर्व में घटित रेल लूट व डकैती की घटना में शामिल अपराधी एवं इलाके के संदिग्धों की कुंडली खंगाल रही है। उधर ट्रेन में डकैती की घटना की सूचना मिलने के बाद डीआइजी मुंगेर मनु महाराज देर रात तक लखीसराय जिले के पुलिस पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश देते रहे। घटना स्थल पर रेल पुलिस के पहुंचने से पहले एसडीपीओ मनीष कुमार के साथ लखीसराय के थानाध्यक्ष नीरज कुमार, कबैया थानाध्यक्ष रंजीत कुमार पहुंचे। दूसरी ओर से एएसपी अभियान पवन कुमार उपाध्याय के नेतृत्व में कजरा थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार, पीरी बाजार थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिन्हा, माणिकपुर थानाध्यक्ष सुनील कुमार झा के साथ एसटीएफ और बड़ी संख्या में जिला पुलिस बल घटना स्थल पर पहुंची। भारी संख्या में पुलिस बल को देख ट्रेन में डरे-सहमे यात्रियों को थोड़ी राहत मिली। बाद में किऊल रेल पुलिस भी घटना स्थल पर पहुंची। लखीसराय थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने बताया कि ट्रेन को खुलवाने के बाद पुलिस की टीम अपराधियों की खोज में छापेमारी की। कजरा थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार ने बताया की ट्रेन में डाका डालने के बाद अपराधी के पहाड़ी क्षेत्र खासकर चानन थाना क्षेत्र की ओर भागने की जानकारी मिली थी जिसके आधार पर छापेमारी की गई। थानाध्यक्ष ने बताया कि डकैती कांड में शामिल अपराधी नाट कद के काला थे। सभी 20 वर्ष उम्र तक के थे। पुलिस इन सभी ¨बदुओं पर आगे की कार्रवाई कर रही है। उधर रेल एडीजी अमित कुमार के साथ किऊल से लेकर जमालपुर रेल थाना की पुलिस घटना के दूसरे दिन गुरुवार को दो घंटे तक सुराग हासिल करने में लगी रही।