कर्तव्य के साथ समाज सेवा को भी डॉ. रुपा ने माना सर्वोपरि
लखीसराय । मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। यह सोचकर डॉ. रुपा ने कर्तव्य के साथ ही समाज सेवा
लखीसराय । मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। यह सोचकर डॉ. रुपा ने कर्तव्य के साथ ही समाज सेवा को भी अपने जीवन में सर्वोपरि माना है। शहर के पंजाबी मुहल्ला स्थित स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. रुपा पीड़ितों की सेवा में ज्यादा विश्वास रखती हैं। श्री कृष्ण सेवा सदन स्थित क्लिनिक में सप्ताह के प्रत्येक रविवार को गरीब व कमजोर महिलाओं को निश्शुल्क चिकित्सीय सलाह देती हैं। लायंस क्लब से जुड़कर सेवा शिविरों के माध्यम से भी मानवीय सेवा में तल्लीन रहती हैं। बचपन से मेधावी डॉ. रुपा ने कड़ी मेहनत और लग्न से अपनी ऊंचाइयों को छुआ। उन्होंने मानव सेवा के लिए ही डॉक्टर बनने के सपने को साकार किया। एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर से एमबीबीएस की डिग्री ली। 2017 में किशनगंज स्थित एमजीएम मेडिकल कॉलेज से मास्टर ऑफ सर्जरी की डिग्री हासिल की। डॉ. रुपा लखीसराय की बहू है। उनके परिवार में पति डॉ. कुमार अमित, ससुर डॉ. श्याम सुंदर प्रसाद सिंह एवं सास डॉ. राज किशोरी सिंह जिले की जानी मानी हस्तियों में से एक हैं। शादी के बाद डॉ. रुपा अपनी सास डॉ. राज किशोरी सिंह के सानिध्य में रही। इसके बाद धीरे-धीरे उन्होंने स्त्री रोग विशेषज्ञ के रूप में ख्याति प्राप्त की। एक ही क्लिनिक में सास-ससुर व पति के साथ अपने मिशन में लगी है। लायंस क्लब से जुड़ी डॉ. रुपा प्रत्येक रविवार को संस्थान द्वारा लगने वाले सेवा शिविर में अन्य डॉक्टरों के सहयोग से लोगों को निश्शुल्क परामर्श देती हैं। अपनी सेवाभाव के कारण समाज में वह अपने सास-ससुर की तरह की स्थापित होती जा रही है।