पीएचसी सूर्यगढ़ा से निजी क्लिनिकों में मरीजों के रेफर का खेल
लखीसराय। सूर्यगढ़ा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक से¨टग के तहत मरीजों को निजी क्लीनिक रे
लखीसराय। सूर्यगढ़ा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक से¨टग के तहत मरीजों को निजी क्लीनिक रेफर किया जाता है। यदि इसकी जांच हो तो एक बडेा रैकेट का खुलासा हो सकता है। गुरुवार की रात एक ऐसा ही मामला सामने आया जिसमें सर्पदंश के शिकार एक युवक जब इलाज के लिए पहुंचा तो उसे एक स्थानीय निजी क्लीनिक में रेफर कर दिया गया। जानकारी के अनुसार गुरुवार की रात सूर्यगढ़ा थाना क्षेत्र के नबाबगंज निवासी मटुकी दास के पुत्र अखबार विक्रेता धर्मेंद्र कुमार (20) को सर्पदंश के कारण रात करीब दस बजे सूर्यगढ़ा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने के लिए भर्ती कराया गया। वहां ड्यूटी पर रहे डॉक्टर इलाज के नाम पर आनाकानी करते हुए दूसरे जगह ले जाने को कह दिया। परिजनों द्वारा किसी तरह बच्चे की जान बचा लेने की गुजारिश करने के बाद डॉक्टर ने एक सूई लगा दी और बेहतर इलाज के नाम पर सदर अस्पताल भेजने के बदल स्थानीय एक निजी क्लीनिक जाने की सलाह दे दी। उक्त क्लीनिक में इलाज के नाम पर मरीज धर्मेंद्र के भोले भाले परिजनों से डॉक्टर ने 45 सौ रुपये की वसूली कर ली। जबकि उपचार के नाम पर वहां मात्र एक सूई दी गई और दो बोतल स्लाइन चढ़ाया गया। हालांकि धर्मेंद्र की जान बच गई। सूत्र बताते हैं कि पीएचसी में एक रैकेट सक्रिय है जो निजी क्लीनिक एवं दवा दुकान से से¨टग करके मरीजों को चूना लगाता है। इस बाबत पूछे जाने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. धीरेंद्र कुमार ¨सह ने बताया कि सर्पदंश का मरीज जिस वक्त रात में आया था वे दूसरे मरीज का इलाज कर रहे थे। मरीज के परिजन ही यहां से निजी क्लीनिक चले गए।