अधिकांश धान की फसल की हो चुकी तैयारी, नहीं शुरू हुई धान अधिप्राप्ति
लखीसराय । जिले में धान प्रमुख फसल है। धान की फसल से किसानों को काफी उम्मीद रहती है। इस बा
लखीसराय । जिले में धान प्रमुख फसल है। धान की फसल से किसानों को काफी उम्मीद रहती है। इस बार अनुकूल मौसम रहने के कारण धान की अच्छी पैदावार देखकर किसान काफी खुश हुए। परंतु अबतक सरकार द्वारा धान अधिप्राप्ति का कार्य शुरू नहीं किए जाने के कारण किसानों की खुशी अधिक समय तक कायम नहीं रह सकी। धान के उचित रखरखाव के अभाव में किसानों को स्थानीय व्यापारियों के यहां कम कीमत पर धान बेचने को विवश होना पड़ रहा है। जिले में इस वर्ष 34 हजार 277 हेक्टेयर जमीन में धान की फसल लगाई गई। जिसमें से 66 फीसद धान की तैयारी हो चुकी है। विभागीय आंकड़ा के मुताबिक इस वर्ष जिले में करीब 19 लाख 50 हजार क्विटल धान की उपज होने का अनुमान है। इसके अनुसार अबतक करीब 12 लाख क्विटल धान की तैयारी हो चुकी है। परंतु सरकार द्वारा अबतक धान अधिप्राप्ति का कार्य शुरू नहीं किया गया है। इधर जिले के अधिकांश किसानों को धान रखने की जगह नहीं है। साथ ही अधिकांश किसानों के परिवार में शादी होने वाली है। इस कारण धान की तैयारी होने के तुरंत बाद अधिकांश किसान धान बेचने में जुट गए हैं। इधर स्थानीय व्यवसायी किसानों की मजबूरी का फयदा उठाने में लगे हुए हैं। जिले के किसान व्यापारियों के हाथों मात्र 1,150 रुपये से 1,200 रुपये क्विटल धान बेचने को विवश हैं। जाहिर है कि ऐसी परिस्थिति में किसानों को धान की उपज से लागत मूल्य भी नहीं मिल पा रहा है। सरकार द्वारा धान अधिप्राप्ति में विलंब किए जाने के कारण अधिक उपज प्राप्त करने के बाद भी किसानों की उम्मीदों पर पानी फिर रहा है। इधर जिला सहकारिता पदाधिकारी मनोज शर्मा की मानें तो धान अधिप्राप्ति करने को लेकर अभी तक सरकार का निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है। निर्देश प्राप्त होते ही धान अधिप्राप्ति का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।