बाढ़ अनुदान घोटाला में फंसी जैतपुर पंचायत की मुखिया
लखीसराय। लखीसराय जिले के बड़हिया प्रखंड में वर्ष 2016 में आई भीषण बाढ़ में प्रभावित परिवार
लखीसराय। लखीसराय जिले के बड़हिया प्रखंड में वर्ष 2016 में आई भीषण बाढ़ में प्रभावित परिवार के नाम पर फर्जीवाड़ा कर अनुग्रह अनुदान भुगतान करने मामले में बड़हिया प्रखंड के जैतपुर पंचायत की मुखिया चंदा देवी की कुर्सी पर खतरा मंडराने लगा है। बाढ़ राहत घोटाला मामले में लोकायुक्त द्वारा संज्ञान लिए जाने के बाद जिला प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए मुखिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। जिलाधिकारी शोभेन्द्र कुमार चौधरी ने पत्रांक 354 दिनांक 12 दिसंबर 18 को एक आदेश जारी कर बड़हिया बीडीओ नीरज कुमार को जैतपुर पंचायत की मुखिया चंदा देवी को पदच्युत करने का प्रस्ताव एक सप्ताह के अंदर देने को कहा है। जिलाधिकारी ने कहा है कि 2016 में आई बाढ़ में जैतपुर पंचायत में अनुश्रवण सह निगरानी समिति द्वारा पारित राहत अनुदान की सूची में एक ही परिवार के कई लोगों का नाम जोड़कर अनियमितता बरती गई। जिलाधिकारी ने एक ही परिवार के कई लोगों का अलग-अलग वार्ड में नाम जोड़कर फर्जीवाड़ा कर अनुदान राशि की निकासी मामले में जैतपुर पंचायत के वार्ड सदस्य पूनम देवी, सुलेखा देवी, गोपाल कुमार, महेश्वर पासवान, ¨सटू देवी एवं श्रीकांत पासवान के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश भी बीडीओ को दिया है। जानकारी हो कि जैतपुर निवासी सह जदयू प्रखंड उपाध्यक्ष बड़हिया ने पंचायत की मुखिया चंदा देवी सहित अन्य वार्ड सदस्यों द्वारा बाढ़ अनुदान भुगतान में भारी फर्जीवाड़ा एवं अनियमितता को लेकर कोर्ट परिवाद दायर किया था। कोर्ट के आदेश पर 6 अगस्त 2017 को बड़हिया थाना में थाना कांड संख्या 153/17 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। जिसमें मुखिया चंदा देवी सहित कई अन्य लोगों को अभियुक्त बनाया गया था। सरकारी नियम के अनुसार वर्ष 2007 एवं 2009 के पुनरीक्षित सूची को आधार मानकर बाढ़ से प्रभावित परिवार की सूची तैयार कर प्रति परिवार 6000 रुपये की राशि आरटीजीएस के माध्यम से देना था। मुखिया एवं वार्ड सदस्यों ने अपने परिवार एवं चहेतों का नाम सूची में जोड़कर पंचायत स्तर पर पारित कर दिया। वार्ड सदस्यों ने कई फर्जी नाम भी सूची में जोड़कर राशि की निकासी कर ली। बड़हिया पुलिस ने भी जांच में अनुदान राशि घोटाला में मुखिया सहित कई वार्ड सदस्यों की संलिप्तता पाई। लेकिन पूरे मामले में कार्रवाई सुस्त पड़ी थी। जानकारी के अनुसार वादी जदयू नेता रामनंदन ¨सह ने इस घोटाले पर कोई कार्रवाई नहीं होते देख लोकायुक्त के यहां परिवाद दायर किया। जानकारी के अनुसार लोकायुक्त द्वारा इस मामले में जिले के अधिकारियों से अब तक हुई कार्रवाई की रिपोर्ट तलब की गई। इसके बाद प्रशासन की नींद खुली और मुखिया को पदच्युत करने के लिए डीएम ने बीडीओ से अनुशंसा मांगा और घोटाले में शामिल अन्य वार्ड सदस्यों के विरुद्ध प्राथमिकी का आदेश दिया है। विदित हो कि जागरण ने जैतपुर पंचायत में बाढ़ राहत घोटाला को उजागर करते हुए प्रमुखता से खबर प्रकाशित किया था।