प्रतिबंध : फिर भी पान-मसाला की हो रही बिक्री
लखीसराय। राज्य सरकार ने प्रदेश में पान-मसाला की बिक्री पर बीते 30 अगस्त की देर रात से रोक
लखीसराय। राज्य सरकार ने प्रदेश में पान-मसाला की बिक्री पर बीते 30 अगस्त की देर रात से रोक लगा रखी है। लेकिन एक माह बीतने के बाद भी पान-मसाला की बिक्री पर कोई असर नहीं पड़ा है। चानन प्रखंड क्षेत्र की विभिन्न दुकानों के साथ-साथ किऊल-झाझा रेलखंड के बीच मननपुर सहित अन्य रेलवे स्टेशन परिसर में पूर्व की तरह पान मसाला की बिक्री हो रही है। मननपुर स्टेशन पर टिकट काउंटर के सामने पान मसाला की बिक्री के लिए स्थायी स्टॉल लगाया जाता है। स्थानीय थाना पुलिस या रेल पुलिस को इससे अब तक कोई मतलब नहीं है। रेल प्रशासन की ओर से भी पान-मसाला की बिक्री पर रोक लगाने की दिशा में कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। हालांकि, यह प्रतिबंध अभी एक साल के लिए लगाया गया है। अब पान-मसाला और गुटखा खाना और बेचना दोनों पर प्रतिबंध है। अब गुटखा खाने और बिक्री करते पाए जाने पर जुर्माना के साथ सजा का भी प्रावधान किया गया है। बावजूद रोक को लेकर कोई निरोधात्मक कार्रवाई शुरू नहीं हुई है। मननपुर रेलवे स्टेशन रोड के एक दुकानदार ने बताया कि पहले की तरह आज भी पान मसाला का वितरक माल की डिलीवरी देने पहुंचता है। हालांकि, वे लोग अभी ज्यादा माल लेने से मना कर दिया है।
इधर, चानन में एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे सूर्यगढ़ा के विधायक प्रहलाद यादव ने गुटखा एवं पान मसाला पर प्रतिबंध को मजाक बताया। उन्होंने कहा कि सरकार शराबबंदी लागू नहीं करा पाई अब यह नया फरमान सुनाया है। सरकार पहले इस रोजगार से जुड़े लोगों को रोजगार मुहैया कराती तभी सफल हो पाएगा कानून। उन्होंने कहा कि सरकार के कई मंत्री विधानसभा में गुटखा और पान मसाला खाकर प्रवेश करते हैं। सरकार पहले उस पर रोक लगाए।