पंचायत प्रतिनिधियों को आपदा से बचाव के लिए दिया गया प्रशिक्षण
लखीसराय। शुक्रवार को चानन एवं बड़हिया प्रखंड में आयोजित आपदा न्यूनीकरण प्रशिक्षण कार्यक्र
लखीसराय। शुक्रवार को चानन एवं बड़हिया प्रखंड में आयोजित आपदा न्यूनीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हो गया। चानन में कार्यालय परिसर में अंचलाधिकारी सदानंद प्रसाद वर्णवाल के नेतृत्व में पंचायत प्रतिनिधियों का आपदा बचाव का प्रशिक्षण के अंतिम दिन प्रखंड क्षेत्र के कुंदर, भलूई व इटौन पंचायत के पंचायत प्रतिनिधियों की भीड़ उमड़ पड़ी। प्रशिक्षण में बड़ी संख्या में पंचायत प्रतिनिधियों को मलिया पंचायत के मुखिया डबलू पासवान एवं खुटुपार पंचायत के सरपंच रामचंद्र प्रसाद यादव के द्वारा आपदा से बचाव का प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम का समापन प्रशिक्षक एवं पंचायत प्रतिनिधियों ने राष्ट्रीय गान से हुआ। इससे पूर्व प्रशिक्षण में आपदा से संबंधित बाढ़, तूफान, आग, भूकंप आदि से बचाव को ले जानकारी दी गई।
बड़हिया प्रतिनिधि के अनुसार : जिला आपदा प्रबंधन विभाग के सौजन्य से बड़हिया प्रखंड के आरटीपीसी भवन में आयोजित आपदा जोखिम न्यूनीकरण एवं प्रबंधन तीन दिवसीय प्रशिक्षण का समापन बीडीओ नीरज कुमार एवं सीओ रामआगर ठाकुर की देखरेख में शुक्रवार हो गया। अंतिम दिन लक्ष्मीपुर, खुटहा पूर्वी एवं खुटहा पश्चिमी पंचायत के निर्वाचित प्रतिनिधियों को आपदा जोखिम न्यूनीकरण एवं प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया गया। मास्टर ट्रेनर सह मुखिया मेघू कुमार एवं सरपंच विकाश कुमार ¨सह द्वारा जन प्रतिनिधियों को बाढ़, तूफान, भूकंप, अगलगी सहित विभिन्न आपदाओं के न्यूनीकरण एवं प्रबंधन की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। प्रतिनिधियों को भूकंप के दौरान खुद को सुरक्षित रखने एवं जानमाल की क्षति को कम करने के तरीके बताए गए। उपस्थित सभी पंचायत प्रतिनिधियों को विभिन्न प्रकार की आपदाओं के प्रति जागरूक किया गया और गांव व पंचायत स्तर पर लोगों में जागरूकता को लेकर अभियान चलाने का आग्रह किया गया। प्रशिक्षण उपरांत सभी प्रतिनिधियों को प्रमाण पत्र भी दिया गया। इस दौरान ईवीएम के भीभी पैट मशीन से निर्वाचन कराने के बारे में भी जानकारी दी गई। इस मौके पर उपस्थित अंचलाधिकारी राम आगर ठाकुर ने सभी प्रतिनिधियों से प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त अनुभवों से गांव व टोले के अन्य लोगों को भी अवगत कराने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि जागरूकता से आपदा के दौरान होने वाली क्षति को कम किया जा सकता है। आपदा के समय लोगों को धैर्य व संयम से काम लेना चाहिए। इस मौके पर कई प्रतिनिधि मौजूद थे।