छठ घाटों पर पसरी है गंदगी, अब तक नहीं ले रहे सुध
लखीसराय। लोक आस्था का महापर्व छठ नजदीक है। इससे पहले दिवाली अब चंद दिन शेष है। लखीसराय श
लखीसराय। लोक आस्था का महापर्व छठ नजदीक है। इससे पहले दिवाली अब चंद दिन शेष है। लखीसराय शहर की लगभग आबादी किऊल नदी, संसार पोखर, अष्टघटी तालाब में भगवान भाष्कर को अर्घ्य अर्पित करती है। लेकिन, अब तक छठ घाटों की सुध किसी ने नहीं ली है। किऊल नदी से पानी निकल जाने के कारण नदी में शहर के लोगों द्वारा नाला के जरिए गिराए जा रहे मल मूत्र से नदी पूरी तरह प्रदूषित हो चुकी है। इसी दूषित नदी में हर साल की तरह इस बार आस्था की डुबकी लगेगी। लेकिन सरकारी स्तर पर घाटों की साफ-सफाई का कार्य अभी नगण्य है। पर्व नजदीक आने के बाद स्थानीय पूजा समिति और सरकारी तंत्र जागता है। हालांकि नगर परिषद ने बैठक में शहर और घाटों की सफाई कराने का निर्णय लिया है। शहर के नया बाजार पचना रोड स्थित संसार पोखर में छठ पर्व पर काफी भीड़ रहती है। 21 अक्टूबर को इसी पोखर में शहर की सभी दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन किया गया है। इस कारण वहां गंदगी का अंबार लगा हुआ है। मूर्तियों में लगे रंग, पेंट और अन्य केमिकल पानी मे घुल कर पूरी तरह जहरीला बना दिया है। संसार पोखर का पानी दूषित होकर हरा रंग का हो चुका है। पोखर के किनारे विसर्जित प्रतिमा का अवशेष पूरी तरह सड़ कर बदबू दे रहा है। दुर्गा पूजा में प्रतिमा विसर्जन के दौरान पूरा प्रशासनिक महकमा संसार पोखर के पास मौजूद था। लेकिन इसके बाद किसी ने उस पोखर की सुध नहीं ली है। किऊल नदी के अधिकांश घाटों पर गड्ढा बन गया है। जहां बिना समतलीकरण के श्रद्धालुओं को घाट तक पहुंचने में परेशानी होगी। उधर जिलाधिकारी शोभेन्द्र कुमार चौधरी ने आदेश जारी कर सभी बीडीओ, सीओ, थानाध्यक्ष को छठ घाटों का निरीक्षण कर रिपोर्ट मांगा है। खास कर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को विशेष निर्देश दिया गया है। नप ईओ विपिन कुमार ने कहा कि हर बार की तरह इस बार शहर के सभी छठ घाटों की साफ सफाई एवं समतलीकरण किया जाएगा। इसके लिए किऊल नदी घाट से कार्य शुरू कर दिया गया है।