बिखरे पौराणिक मूर्तियों को मिलेगा संग्रहालय का छत
लखीसराय। मुंगेर में प्रमंडलीय आयुक्त पंकज कुमार पाल द्वारा राजकीय स्मारक घोषित लखीसराय नगर
लखीसराय। मुंगेर में प्रमंडलीय आयुक्त पंकज कुमार पाल द्वारा राजकीय स्मारक घोषित लखीसराय नगर स्थित जयनगर लाली पहाड़ी की सुरक्षा एवं संरक्षण को लेकर जिले के अधिकारियों के साथ की गई समीक्षा बैठक के बाद जिला प्रशासन हरकत में है। मंगलवार को सरकारी अवकाश रहने के बाद भी जिलाधिकारी शोभेन्द्र कुमार चौधरी एवं एसडीओ मुरली प्रसाद ¨सह लाली पहाड़ी से लेकर रजौना चौकी एवं बड़ी कबैया तक का दौरा किया। जानकारी हो कि लाली पहाड़ी के आगमन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लखीसराय जिले के अन्य क्षेत्रों में जहां-तहां खतों में बिखरे पड़े पौराणिक मूर्तियों को संग्रहालय में सुरक्षित एवं संरक्षित करने का आदेश दिया था। लेकिन मुख्यमंत्री के जाने के बाद प्रशासन ने इस ओर सक्रियता नहीं दिखाई। बताया जाता है कि लाली पहाड़ी की दूसरे चरण की खोदाई का लाइसेंस निर्गत हो जाने के बाद संभावना है कि राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर लाली पहाड़ी आकर दूसरे चरण की खोदाई कार्य का शुभारंभ कर सकते हैं। इसलिए सीएम द्वारा पूर्व में दिए गए निर्देशों को जमीन पर उतारने के लिए पूरा सरकारी महकमा जुट गया है। प्रमंडलीय आयुक्त ने भी डीएम, एसपी, एसडीओ से लाली पहाड़ी से लेकर अन्य धरोहरों को सुरक्षित एवं संरक्षित करने की दिशा में अबतक की गई कार्रवाई की समीक्षा करते हुए कई निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी व एसडीओ शहर के नया बाजार स्थित बड़ी कबैया एवं रजौना चौकी गए जहां खुले में जहां तहां परे प्राचीन मूर्तियों को देखा तथा उन मूर्तियों को जिला मुख्यालय स्थित संग्रहालय में सुरक्षित रखने का निर्णय लिया गया। इससे पहले एसडीओ मुरली प्रसाद ¨सह भवन निर्माण विभाग के इंजीनियर के साथ लाली पहाड़ी गए जहां उन्होंने पहाड़ी की सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों के लिए स्थाई रूप से आवासन की व्यवस्था करने के लिए जमीन की मापी करवाई। पहाड़ी की खोदाई कार्य की जिम्मेदारी संभाले विश्वभारती विश्वविद्यालय के डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि छठ पर्व के बाद पहाड़ी की खोदाई कार्य शुरू कर दिया जाएगा। जिला प्रशासन द्वारा पहाड़ी पर सुरक्षा एवं आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य तेज कर दिया गया है।