पिया अबकी केकरा वोट देबा जरि कहदा समझाय के..
लखीसराय। शहर के नया बाजार धर्मशाला में जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन के तत्वावधान में रविवार को कवि रा
लखीसराय। शहर के नया बाजार धर्मशाला में जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन के तत्वावधान में रविवार को कवि रामबालक सिंह की अध्यक्षता में एक कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया। चुनावी माहौल में कवि मुन्द्रिका सिंह ने कविता का पाठ करते हुए कहा कि पिया अबकी केकरा वोट देबा जरि कहदा समझाय के.., जे आज तलक लूटलक देशबा के, ओकरा छोड़बै हराय के.. कवि रामबालक सिंह ने शिक्षा व्यवस्था पर प्रहार करते हुए कहा कि शिक्षा की है नीति देश के लिए बड़ा ही बेढंगा, हो समान शिक्षा की व्यवस्था, पर इसमें है अड़ंगा.., सुखदेव मोदी ने आतंकियों को संदेश देते हुए कहा कि आतंकी तेरे आतंक का जनाजा निकल जाएगा, याकुब मेनन की तरह फांसी पर लटका दिया जाएगा.., किसानों की समस्या को कविता के माध्यम से रखते हुए कवि देवेन्द्र आजाद ने कहा कि खेत, खेती और खुद के वजूद को बचाना होगा, साथी प्रतिरोध का परचम लहराना होगा.., इसके अलावा कवि गोष्ठी में कवि प्रदीप कुमार मोदी ने मंदिर, मस्जिद कहां तू ढूंढता, हर एक इंसान में है भगवान.., राजेश्वरी प्रसाद सिंह ने एक शुभ संदेश ले आई हूं, जो तुझे बांधने आई हूं.., त्रिवेणी पासवान ने सावन मास शिव को अति प्यारा, जिनका जग करता पद वंदन.., रविशंकर लाल ने कल तुम्ही मेरे आंखों की सितारा थी.., भगवान प्रसाद राही ने शहीद जवान के खून से, पावन धरती होंगे लाल.., अवधेश निराला ने यह चमन किसी महकमे की जागीर नहीं.. कविता का पाठ किया। कविता पाठ करने वाले कवियों में नरेश प्रसाद, सिधेश्वर महतो, दशरथ शामिल थे।