कैंपस के लिए: आठ माह से शिक्षकों को नहीं मिला वेतन, डीईओ को ज्ञापन
फोटो- 19 केएसएन 74, संवाद सहयोगी, किशनगंज : जिले के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय के शिक्षको
फोटो- 19 केएसएन 74,
संवाद सहयोगी, किशनगंज : जिले के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों को आठ माह से वेतन का भुगतान नहीं हो पाया है। जिससे इनके समक्ष भूखमरी की स्थिति आ गई है। वेतन भुगतान की मांग को लेकर बुधवार को उत्क्रमित माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले माध्यमिक शिक्षकों ने डीईओ विश्वनाथ साह से मिलकर ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर शिक्षक संघ के अध्यक्ष राजीव कुमार ने बताया किशिक्षा दान को महादान माना गया है। लेकिन जब शिक्षक को ही भूखे रहने की नौबत आ जाए तो ऐसी विकट स्थिति में शिक्षक विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने में अपने साथ न्याय नही कर पाते हैं। उन्होंने बताया कि जिन शिक्षकों को राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत वेतन मिलते थे। इन्हें फरवरी 2018 से लेकर 20 सितंबर 2018 तक का वेतन नही मिला है। जिसके कारण शिक्षकों के सामने भूखे रहने की नौबत आ गई है। जिसका प्रभाव परिवार के सदस्यों पर भी पड़ने लगा है। अब दुकानदार भी शिक्षकों को दिनचर्या से संबंधित सामान देने से परहेज करने लगे हैं। इन्होंने बताया कि उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की पदस्थापना जिला में 2014 में की गई। विभागीय लापरवाही के कारण इन शिक्षकों को वर्ष 2014 के स्थापना काल से लेकर अब तक का बकाया वेतन का भी भुगतान नहीं किया जा रहा है। वहीं इससे पूर्व उत्क्रमित माध्यमिक शिक्षक संघ के सचिव अनंत कुमार ने डुमरिया स्थित बालिका उच्च विद्यालय में बकाया वेतन और बकाया भुगतान संबंधित मुद्दों पर चर्चा किए। साथ ही निर्णय लिया गया कि एक माह के अंदर बकाया वेतन और बकाया भुगतान कर उत्क्रमित माध्यमिक शिक्षकों के साथ शिक्षा विभाग अतिशीघ्र न्याय करें। जिले के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय का संचालन एवं संपूर्ण प्रभार की जिम्मेवारी मध्य विद्यालय के शिक्षकों से मुक्त किया जाए। यह जिम्मेवारी पूर्ण रूप से उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालयों के वरीय माध्यमिक शिक्षकों को सौंपा जाए। ताकि उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालयों का संचालन गरिमामयी तरीके से योग्यताधारी प्रशिक्षित माध्यमिक शिक्षकों के माध्यम से हो सके। इस दौरान मुख्य रूप से जीवन कुमार, पंकज कुमार, मो. अनवर आलम, संजीव रंजन, सुमित कुंमार मिश्रा और प्रीती कुमारी सहित कई शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद थी।