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एक पौधा लगाना एक जीवन बचाने के समान : डॉ. दिलीप जायसवाल

किशनगंज। जागरण के पौधे लगाएं-वृक्ष बचाएं अभियान का गवाह एमजीएम मेडिकल कॉलेज परिसर बना।

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Jul 2018 11:57 PM (IST)Updated: Thu, 19 Jul 2018 11:57 PM (IST)
एक पौधा लगाना एक जीवन बचाने के समान : डॉ. दिलीप जायसवाल
एक पौधा लगाना एक जीवन बचाने के समान : डॉ. दिलीप जायसवाल

किशनगंज। जागरण के पौधे लगाएं-वृक्ष बचाएं अभियान का गवाह एमजीएम मेडिकल कॉलेज परिसर बना। पर्यावरण संरक्षण को लेकर पौधे लगाएं-वृक्ष बचाएं का संदेश लेकर जागरण के बैनर तले आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम में मेडिकल कॉलेज के निदेशक सह विधान पार्षद डा. दिलीप कुमार जायसवाल ने बड़े उत्साह के साथ पौधरोपण कर अभियान की शुरुआत की। पौधरोपण करते हुए निदेशक ने कहा कि आज हमारे लिए यह और भी सुखद क्षण इसलिए बन गया कि एक तो मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की सीटें बढ़ाई गई वहीं यहां पीजी में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं का रिजल्ट भी सौ फीसद रहा। इस दौरान उन्होंने कहा कि एक पौधा लगाना एक जीवन बचाने के समान है।

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चिलचिलाती धूप व उमस भरी गर्मी के बीच पौधरोपण कार्यक्रम का कॉलेज के एकेडमिक डायरेक्टर डॉ. समरदीप, प्राचार्य डॉ. के एल तालुकदार, प्रो. सुमित दता, डॉ. सुबिीर चटर्जी, डॉ. एसएन झा समेत अन्य कॉलेजकर्मी भी गवाह बने। दर्जनों महिला व पुरुष कर्मियों के साथ कॉलेज निदेशक ने महोगनी के पौधे लगाकर इस कार्यक्रम की शुरुआत की। फिर क्या था लगे हाथ ही कर्मियों ने कॉलेज परिसर स्थित ऑडिटोरियम के समीप खाली पड़े जगहों पर करीब पचास से अधिक महोगनी, अमलतास व गुलमोहर के पेड़ लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। एक ओर मजदूर जहां गड्ढ़ा खोदने में लगे थे। वहीं माथे से टपक रहे पसीना के बीच कर्मी हाथ में पानी भरा बाल्टी थामे लगाए गए पौधे में पानी डाल रहे थे। इस मौके पर कॉलेज निदेशक सह विधान पार्षद डा. दिलीप कुमार जायसवाल ने यह संदेश दिया कि जागरण का पर्यावरण संरक्षण के प्रति यह अभियान सराहनीय है। इन्होंने कहा कि एक पौधे लगाना सौ पुत्रों के समान है। इसलिए हर व्यक्ति को कम से कम एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए। कॉलेज के निदेशक ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या के बीच आधुनिकता के दौर में शहरीकरण का प्रचलन बढ़ा है। पेड़-पौधे की कटाई कर मुहल्ले बसाए जा रहे हैं जो पर्यावरण के लिए खतरनाक संकेत है। इन्होंने कहा कि पेड़-पौधों की कमी के कारण ग्लोबल वार्मिंग व पर्यावरण असंतुलन बढ़ गया है। इसलिए कभी अतिवृष्टि, अनावृष्टि तो कभी बाढ़ व भूकंप जैसे प्राकृतिक आपदा से लोगों को जूझना पड़ता है। उन्होंने कर्मियों को संकल्प दिलाया कि कम से कम अपने आसपास खाली मैदान या घर के परिसर में एक पौधा अवश्य लगाएं। कर्मियों ने भी पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधे लगाने की बात कहीं। उन्होंने कॉलेज परिसर में लगाए गए पौधे की देखभाल का जिम्मा भी वहां कर्मी को सौंप दिया। साथ ही कहा कि पौधे में समय-समय पर आवश्यकतानुसार पानी व खाद देते रहे ताकि उसका पोषण हो सके।


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