ईमानदारीपूर्वक सतत अध्ययन करेंतो निश्चित मिलेगी मंजिल
किशनगंज। सीमांचल के विद्यार्थियों में प्रतिभा और लगन की कोई कमी नहीं है। केवल जरूरत इस बात की होती है कि उन्हें सही मार्गदर्शन मिले। यहां के सैकड़ों विद्यार्थी कैरियर के उच्च पदों पर पहुंच कर अपनी प्रतिभा का परचम लहरा चुके हैं। यह बातें गुरुवार को लाइन मोहल्ला स्थित एलएसके अपार्टमेंट परिसर में आयोजित सम्मान समारोह में जामिया हमदर्द विश्वविद्यालय नई दिल्ली के वाइस चांसलर (वीसी) अफसार आलम ने कही।
किशनगंज। सीमांचल के विद्यार्थियों में प्रतिभा और लगन की कोई कमी नहीं है। केवल जरूरत इस बात की होती है कि उन्हें सही मार्गदर्शन मिले। यहां के सैकड़ों विद्यार्थी कैरियर के उच्च पदों पर पहुंच कर अपनी प्रतिभा का परचम लहरा चुके हैं। यह बातें गुरुवार को लाइन मोहल्ला स्थित एलएसके अपार्टमेंट परिसर में आयोजित सम्मान समारोह में जामिया हमदर्द विश्वविद्यालय नई दिल्ली के वाइस चांसलर (वीसी) अफसार आलम ने कही।
उन्होंने कहा कि बहादुरगंज प्रखंड के गौरामनी गांव का निवासी होने के कारण जिला सहित सीमांचल के वस्तुस्थिति से अवगत हूं। जब एक पिछड़े इलाके का व्यक्ति अपने बल पर उच्च पदों पर पहुंचता है तो इससे क्षेत्र का नाम होता ही है। साथ ही वहां के युवाओं के लिए पथ प्रदर्शक भी बन जाता है। अपने कड़ी मेहनत के बल पर आज जामिया हमदर्द विश्वविद्यालय नई दिल्ली का वाइस चांसलर वीसी बनने में कामयाब रहा। यहां के युवाओं से अपील है कि जीवन में कुछ विशेष करना हो तो पढ़ाई के प्रति ईमानदारी बरते और सतत अध्ययन करते रहें। मेहनत के बल पर प्राप्त की गई शिक्षा ही जीवन में सफलता का मूलमंत्र होता है। मुझे सीमांचल के इस किशनगंज से बेपनाह मोहब्बत है। यहां के शैक्षणिक पिछड़ेपन को दूर करने का हरसंभव प्रयास करूंगा। देश के 12 अल्पसंख्यक बाहुल्य जिला में जामिया हमदर्द विश्वविद्यालय का केंद्र स्थापित करने की योजना है। सम्मान समारोह में वाइस चांसलर अफसार आलम को समाज के शिक्षाविद और जन प्रतिनिधियों द्वारा बुके देकर सम्मानित किया गया। इनमें मुख्य रूप से तौहिद एजुकेशन ट्रस्ट के चेयरमैन मौलाना मतीउर रहमान, जिला पार्षद प्रतिनिधि इमरान आलम, मिल्ली फाउंडेशन के चेयरमैन अंजार आलम, मंजर आलम, नेहाल अख्तर पयामी, परवेज आलम सहित कई लोग मौजूद रहे।