किशनगंज होकर गुजरेगी नौ जोड़ी प्राइवेट ट्रेन
- दरभंगा पुणे हावड़ा गुवाहाटी अगरतला व दिल्ली जाने में होगी सुविधा - हवाई जहाज जैसी सु
- दरभंगा, पुणे, हावड़ा, गुवाहाटी, अगरतला व दिल्ली जाने में होगी सुविधा
- हवाई जहाज जैसी सुविधाओं से होगी लैस, 160 की रफ्तार से चलेगी ट्रेन
संवाद सूत्र, किशनगंज : आधुनिकीकरण की दिशा में कदम बढ़ाते हुए भारतीय रेलवे ने 109 रूट के लिए 151 मॉडर्न ट्रेन को लेकर प्राइवेट कंपनियों से आवेदन मांगा है। इसके तहत नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे में नौ जोड़ी प्राइवेट ट्रेनें किशनगंज होकर चलाई जाएगी। जिससे किशनगंज से दूर दराज की यात्रा करने वाले लोगों को लाभ मिलेगा।
नॉर्थ फ्रंटियर(एनएफ) रेलवे के सीपीआरओ शुभानन चंद्रा ने बताया कि गुवाहाटी-दिल्ली-गुवाहाटी प्राइवेट ट्रेन प्रतिदिन चलेगी। जबकि गुवाहाटी-बंगलुरू-गुवाहाटी, गुवाहाटी-कोचुवैली- गुवाहाटी, गुवाहाटी-सियालदह-गुवाहाटी और न्यू बोंगाईगांव-हावड़-न्यू बोंगाईगांव साप्ताह में तीन दिन चलेगी। वहीं गुवाहाटी-दरभंगा-गुवाहाटी, अगरतला-भोपाल- अगरतला, डिब्रुगढ़-पूणे-डिब्रुगढ़- और अगरतला-करीमगंज-अगरतला सप्ताह में एक दिन चलेगी।
सीपीआरओ ने बताया कि रेलवे ने प्राइवेट ट्रेनों के परिचालन के लिए पूरे भारत को 12 कलस्टर में बांट दिया है। इस प्रोजेक्ट के लिए शुरुआत में प्राइवेट कंपनियों की तरफ से 30 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस पहल का मकसद आधुनिक प्रौद्योगिकी वाली ट्रेन का परिचालन है जिसमें रखरखाव कम हो और यात्रा समय में कमी आये। इससे रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा, सुरक्षा बेहतर होगी और यात्रियों को वैश्विक स्तर की यात्रा अनुभव मिलेगा। इसके लिए मेक इन इंडिया के तहत ट्रेन कोच का निर्माण किया जाएगा। हर ट्रेन कम से कम 16 डिब्बे की होगी और यह ट्रेन अधिकतम 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी। इन ट्रेनों का रोलिग स्टॉक निजी कंपनी खरीदेगी। ट्रेन का मेंटेनेंस भी निजी कंपनी को करना होगा रेलवे सिर्फ उन्हें ड्राइवर और गार्ड मुहैया कराएगी।
उन्होंने बताया कि सभी ट्रेन मेक इन इंडिया के तहत भारत में ही बनाए जाएंगे। जिन कंपनियों को मौका मिलेगा उन्हें वित्तपोषण, खरीद, संचालन और रखरखाव की जिम्मेदार संभालनी होगी। ट्रेन की स्पीड 160 किलोमीटर तक बढ़ाई जाएगी जिससे यात्रा की अवधि घटेगी। उन्होंने कहा कि यात्री ट्रेनों का परिचालन और रखरखाव का संचालन रेलवे द्वारा तय मानदंडों और जरूरतों के अनुसार होंगे। इन ट्रेनों में यात्रियों को एयरलाइन जैसी सेवाएं मिलेंगी। निजी इकाइयां किराया तय करने के अलावा खान-पान, साफ-सफाई और बिस्तरों की आपूर्ति यात्रियों को करेंगी।