तालीम को खत्म कर रही भाजपा हुकूमत : सांसद
किशनगंज। बड़ी जद्दोजहद के बाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की शाखा किशनगंज लाया गया। लेकिन अफ
किशनगंज। बड़ी जद्दोजहद के बाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की शाखा किशनगंज लाया गया। लेकिन अफसोस इस बात का है कि बीजेपी की हुकूमत ने इसे आज तक फंड नहीं दिया। आज केन्द्र की मौजूदा भाजपा सरकार के द्वारा तालीम को खत्म करने की कोशिश किया जा रहा है। जिसका नतीजा है कि तत्कालीन यूपीए सरकार के समय अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को जो 137 करोड़ रुपये मंजूरी दी गई थी उस रुपये को मौजूदा सरकार ने आजतक रिलीज नहीं किया है। क्षेत्र भ्रमण के दौरान शनिवार शाम को सांसद मौलाना असरारूल हक कासमी ने उत्क्रमित मध्य विद्यालय दामलबाड़ी में एक सभा को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार पर जोरदार हमला किया।
उन्होंने कहा कि किशनगंज जिले में फिरकापरस्त ताकतों की एक नहीं चलने वाली नहीं है। चाहे वो टोपी पहन कर आए या फिर टीका लगाकर। ऐसे लोगों को कभी भी आगे बढ़ने का मौका यहां की अवाम ने नहीं दिया है। किशनगंज के ¨हदू-मुस्लिम एक साथ एक जुट होकर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की शाखा के लिए धरना प्रदर्शन किया, लड़ाई लड़ी। जिसका परिणाम है, किशनगंज में एएमयू की शाखा स्थापित हुआ। तत्कालीन यूपीए सरकार ने 28 जनवरी 2014 को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी किशनगंज के शाखा को 137 करोड़ रुपए की फंड को मंजूरी दी थी। 30 जनवरी 2014 को सोनिया गांधी ने किशनगंज पहुंच कर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का शिलान्यास किया था। लेकिन उसके बाद चुनाव का समय आ गया और सरकार बदल गई। केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने से किशनगंज के आवाम के साथ सौतेलापन व्यवहार किया गया। आज तक अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को कोई फं¨डग नहीं मिला। इसके लिए मैं संसद में कई दफे अपनी आवाज को बुलंद किया। लेकिन भाजपा सरकार ने हमारी एक भी नहीं सुनी। मैंने उस समय के महामहिम राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को लेकर उनका ध्यानाकृष्ट कराया। हमारे बातों को गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए तत्कालीन राष्ट्रपति ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को दस करोड़ का फंड रिलीज किया। उस पैसे से एएमयू कैंपस की बाउंड्री हो पाई।