बदहाली पर आंसू बहा रहा स्वास्थ्य उप केंद्र
किशनगंज : संसाधन की कमी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित स्वास्थ्य उप केंद्र अपनी बदहाली
किशनगंज : संसाधन की कमी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित स्वास्थ्य उप केंद्र अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है। आमजनों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में स्वास्थ्य उप केन्द्र खोला गया। परंतु स्थित यह है कि विभागीय उदासीनता के कारण इन उप स्वास्थ्य केन्द्रों को खुद सख्त ईलाज की जरूरत है। लाखों रुपये खर्च कर उप स्वास्थ्य केंद्र का भवन निर्माण तो करा दिया गया लेकिन संसाधन नहीं मुहैया कराया गया। नतीजतन मरीजों को इलाज के लिए प्रखंड मुख्यालय या दूसरे जगह दर दर भटकना पड़ रहा है। पलासमनी पंचायत में स्थित स्वास्थ्य उप केन्द्र बदहाल है। प्रशासनिक व्यवस्था का आलम यह है कि राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छता अभियान चलाने के बावजूद अस्पताल परिसर जंगल से भरा पड़ा है। पलासमनी पंचायत के पूर्व मुखिया नरेन्द्र कुमार बसाक, सबीर आलम, अबु शमा, मो. अंग्रेज सहित क्षेत्र के अन्य लोगों का कहना मानें तो चिकित्सक के पदस्थापन की बात तो दूर मात्र एक पदस्थापित एएनएम को भी स्वास्थ्य उप केन्द्र से हटा कर विभिन्न विभागीय टीकाकरण में लगाने के कारण वे स्वास्थ्य केन्द्र में समय नहीं दे पाती है। फलस्वरूप सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने का दावा आज खोखला साबित हो रहा है। ग्रामीणों ने सिविल सर्जन से इन उप केन्द्रों में चिकित्सक सहित दवाई व अन्य सामग्री की समुचित व्यवस्था करने की मांग की है। ताकि सरकार के सोच अनुरूप स्वास्थ्य केन्द्र कार्य कर सके एवं जरूरतमंद को इधर उधर भटकना नहीं पड़े।