खगड़ा मेला को राजकीय मेला का दर्जा दिलाने का करूंगा प्रयास : डीएम
किशनगंज। ऐतिहासिक खगड़ा मेला का शुक्रवार शाम को विधिवत शुभारंभ की गई। जिला परिषद अध्
किशनगंज। ऐतिहासिक खगड़ा मेला का शुक्रवार शाम को विधिवत शुभारंभ की गई। जिला परिषद अध्यक्ष रुकिया बेगम, जिलाधिकारी हिमांशु शर्मा व पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने संयुक्त रूप से फीता काट कर मेला का उदघाटन किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने हिखगड़ा मेला को ऐतिहासिक बताते हुए इसके अस्तित्व को बचाए रखने की बात कही। उन्होंने कहा कि खगड़ा मेला के अस्तित्व को बचाने की जितनी जिम्मेदारी प्रशासन की है, उतनी ही युवाओं की भी। उन्होंने कहा कि एक बार फिर से खगड़ा मेला को राजकीय दर्जा दिलाने का प्रयास किया जाएगा। वहीं उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मेले में घूमने आए लोगों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने कहा कि हम इस ऐतिहासिक खगड़ा मेला का हम गवाह बन रहे हैं। मेले में घूमने आए लोगों की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाएगा। असमाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। विधि-व्यस्था बनी रहे इसके लिए पुलिस का पूरा सहयोग रहेगा।
उदघाटन समारोह में मौजूद राजद के प्रदेश सचिव उस्मान गनी ने खगड़ा मेला के इतिहास की जानकारी देते हुए कहा कि खगड़ा मेला का बुनियाद 1883 में सैयद अता हुसैन ने रखा था। इस मेले से किशनगंज की पहचान थी, जो अब खत्म हो चुका है। इस मेले में बंगलादेश, नेपाल, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, म्यांमार के लोग व्यपार करने आया करते थे। 1832 एकड़ जमीन में मेला लगता था जो अब सिमट कर चार-पांच एकड़ में रह गया है। उस जमाने में खगड़ा में सिर्फ 20 से 22 घर ही हुआ करता था। दाता कमली साह ने सैयद अता हुसैन से आम लोगो को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से खगड़ा मेला लगाने को कहा था। कमली साह के कहने पर नवाब सैयद अता हुसैन ने खगड़ा मेला लगाना शुरू किया। इस मेले में आम लोगो के जरूरत का सामान मिला करता था, लेकिन आज नाच-गाना में सिमट गया है। खगड़ा मेला का नाम खगड़ा नाम के एक घास के प्रजाति से जुड़ा हुआ है। किशनगंज जिला में खगड़ा नाम का एक घास पाया जाता था जिसका रंग सफेद और लाल हुआ करता था, जिसके नाम से खगड़ा मेला रखा गया। इसके अलावा उन्होंने मेले की समस्या को जिलाधिकारी के सामने रखा और खगड़ा मेला को राजकीय दर्जा दिलाने की मांग की।
इस दौरान डीडीसी यशपाल मीणा, एडीएम रामजी साह, जिला लोक शिकायत निवारण केंद्र पदाधिकारी हरिशंकर प्रसाद, एसडीएम फिरोज अख्तर, जिला परिवहन पदाधिकारी रवींद्रनाथ गुप्ता, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी राजेश गुप्ता, डीसीएलआर संजीव कुमार, डीपीआरओ राघवेंद्र कुमार, मेला संवेदक सुजीत कुमार, मेला आयोजनकर्ता बबलू साह, धनंजय साह आदि मौजूद थे।