किशनगंज में संत मुनि श्री पुण्य सागर जी महाराज का हुआ भव्य स्वागत
किशनगंज। दिगम्बर जैन मुनि श्री पुण्य सागर जी महाराज के आगमन से अनुयायियों व धर्मावलंबियों में
किशनगंज। दिगम्बर जैन मुनि श्री पुण्य सागर जी महाराज के आगमन से अनुयायियों व धर्मावलंबियों में हर्ष का माहौल है। मुनि श्री को अपने बीच पाकर अनुयायी पुलकित हैं। दिगम्बर जैन संत परम पूज्य पुण्य सागर जी महाराज का पूर्वोत्तर भारत से पद विहार करते हुए अपने ससंघ के साथ सीमांचल की धरती किशनगंज में शुक्रवार के पावन सुबह मंगल प्रवेश हुआ। इस मौके पर समाज के सभी वर्गो के ने मुनि श्री का भव्य स्वागत करते हुए नगर भ्रमण व शोभायात्रा में हिस्सा लिया। दिगंबर जैन धर्म के अनुयायी मुनि श्री का स्वागत करते हुए उत्साह और उमंग से उत्सहित दिखे।
संत मुनि श्री पुण्य सागर जी महाराज ने अपने आशीष संबोधन में कहा कि मीरा ने कृष्ण को याद किया व सबरी ने राम को याद किया तो भगवान को आना पड़ा। उसी तरह मुझे किशनगंज के भक्तों ने याद किया तो हमें आना ही पड़ा। यह होती है भक्तों की श्रद्धा। संत प्रवर ने कहा कि जहां उत्साह और संकल्प होता है उन्नति का मार्ग वहीं से शुरू होता है। यदि समर्पण की क्षमता हो तो आप किसी को भी अपना बना सकते हैं। जरूरत है सच्चे भाव से खुद को समर्पित करने की। मुनिराज ने कहा कि संत जहां जाते हैं वहां स्वत इतिहास बन जाते हैं, मुट्ठी भर खाकर दोनो हाथों से आशिष बांटते हैं। मुनिराज के मंगल प्रवेश पर महिला मंडल द्वारा मंगलाचरण तथा बालिका संघ द्वारा स्वागत गान किया गया। समारोह का संचालन ब्रह्मचारिणी.वीना दीदी ने किया।
शोभायात्रा में सबसे आगे पारंपरिक राजस्थानी पगड़ी में स्कूटी पर कतारबद्ध होकर चल रही महिलाओं एवं युवतियों की टोली आकर्षण का केंद्र रहीं। मुनिराज का शहर में जगह-जगह पाद प्रक्षालन करते हुए हर्षित मन से भक्तगण खुशियों का इजहार करते रहे। श्री मंदिर जी में दर्शन के बाद शोभायात्रा शहर के महावीर मार्ग, नेमचंद रोड, धर्मशाला रोड होते हुए दिगम्बर जैन भवन पहुंची। जहां शोभायात्रा में शामिल होने के लिए जिलेवासियों समेत गुवाहाटी, धुबरी, हल्दीबाड़ी, सिलीगुड़ी व कानकी आदि जगहों के धर्मालंबियों को धर्म प्रभावना के लिए सम्मानित किया गया।
स्वागत करते हुए दिगम्बर समाज किशनगंज के अध्यक्ष त्रिलोक चन्द जैन ने कहा कि मुनिराज पुण्य सागर जी महाराज बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी हैं। इनके यहां आने से समाज और शहर के लोग उत्साहित हैं। अनुयायियों व समाज के हर वर्ग के लोगों का कहना है कि उन्हें महाराज की सेवा का अवसर मिलेगा। मुनि सेवा से बड़ा जीवन परोपकारी काम कोई दूसरा नहीं हो सकता।
मुनि पुण्य सागर जी ससंघ में मुनिश्री के अलावा मुनि श्री हर्षेन्द्र सागर जी, मुनिश्री महोत्सव सागर जी, मुनिश्री उदित सागर जी, मुनिश्री मुदित सागर जी के अलावा आर्यिका सौरभ मति जी, आर्यिका प्रमोद मति जी, आर्यिका हर्षित मति जी, आर्यिका पर्व मति जी व आर्यिका उत्साह मति जी भी शोभायात्रा में चल रहे थे। वहीं शोभायात्रा में मारवाड़ी युवा मंच व मारवाड़ी मर्चेंट कमेटी के सदस्य भी शामिल रहे।