जल्द हो स्पेशल टीईटी उर्दू-बंगला के सफल अभ्यर्थियों की बहाली
किशनगंज : स्पेशल टीईटी उर्दू-बंगला के सफल अभ्यर्थियों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है
किशनगंज : स्पेशल टीईटी उर्दू-बंगला के सफल अभ्यर्थियों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है। इसका मुख्य वजह यह है कि पांच वर्ष बीत जाने के बावजूद इन अभ्यर्थियों की बहाली पूर्ण रूप से नही हो पाई है। इससे प्रतीत होता है कि सरकार टीईटी उत्तीर्ण उर्दू-बंगला सफल अभ्यर्थियों के साथ भेदभाव की नीति अपनाने पर तुली हुई है। रविवार को स्पेशल उर्दू-बंगला टीईटी सफल अभ्यर्थी संघ के जिलाध्यक्ष नाहिद आलम ने रूईधासा मैदान परिसर में आयोजित बैठक में कही।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 2013 में 27,000 उर्दू-बंगला शिक्षक की बहाली करने के लिए आवेदन फार्म लिए गए थे। इसके लिए परीक्षाएं भी ली गई। इस परीक्षा में 16,882 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए थे। इनमें से 12,000 अभ्यर्थियों की बहाली भी हुई। लेकिन शेष बचे 4,882 अभ्यर्थियों की बहाली रोक दी गई। इन अभ्यर्थियों की बहाली आज तक नहीं हो पाई। जिस वजह से शेष बचे 4,882 अभ्यर्थी आज भी बहाली के लिए दर दर भटक रहे हैं।
बहाली प्रक्रिया में जरूरत से अधिक विलंब होने से टीईटी उर्दू बंगला सफल अभ्यर्थी अब निराश होकर रोजगार की तलाश में लगने पर मजबूर हो रहे हैं। टीईटी उत्तीर्ण सफल अभ्यर्थियों के भविष्य को देखते हुए जरूरी हो गया है कि इनकी बहाली लोकसभा चुनाव से पहले की जाय। जिससे टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के साफ इंसाफ हो सके। समय रहते इन अभ्यर्थियों की बहाली नही हुई तो उत्तीर्ण अभ्यर्थी चरणबद्ध आंदोलन करने पर विवश हो जाएंगे। इस दौरान मुख्य रूप से फैज अली जीशू, मुनाजीर आलम, समीउल्लह, राबीब राही, दिलावर हुसैन, गुलाम सरवर, अलमास, मुजफ्फर इस्लाम, मो. फुरकान, जफर अंजुम, आसीफ, नवेद आलम सहित अन्य टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी मौजूद थे।