1882 सरकारी व निजी स्कूलों से डीईओ ने मांगी रिपोर्ट
- पठन पाठन को ले स्कूलों से परामर्श को ले पत्राचार संवाद सहयोगी किशनगंज लॉकडाउन में
- पठन पाठन को ले स्कूलों से परामर्श को ले पत्राचार
संवाद सहयोगी, किशनगंज : लॉकडाउन में सरकारी और निजी स्कूल सहित सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं। जिस वजह से छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि सरकारी और निजी स्कूल के विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाई करवाया जा रहा है। लेकिन वर्गकक्ष में शिक्षक के सामने पढ़ाई करने का विशेष महत्व होता है। अनलॉक वन में भी कोरोना वायरस के संक्रमण का संकट बना हुआ है। ऐसे महौल में सरकारी और निजी स्कूल सहित अन्य शिक्षण संस्थान खोलना विद्यार्थियों के हित में होगा। इन सब के लिए जिले के विभिन्न प्रखंडों में चल रहे 1882 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है।
इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी कुंदन कुमार ने बताया कि सरकारी और निजी स्कूल सहित अन्य शिक्षण संस्थानों को खोलने से पूर्व प्रधानाध्यापक अपने विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों, विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों, अभिभावकों और छात्र-छात्राओं से राय लेकर इसकी विस्तृत रिपोर्ट जिला शिक्षा कार्यालय को छह जून तक उपलब्ध करवाएंगे। इसके अंतर्गत कई तरह के परामर्श लेने होंगे। इनमें मुख्य रूप से स्कूल और शिक्षण संस्थान कब से खोलना सही रहेगा। बच्चों का नामांकन कब से शुरू होना चाहिए। स्कूलों के संचालन का समय क्या रहे और कक्षा संचालन अधिकतम कितने बच्चों से होना चाहिए। इसके अलावा कक्षा में बच्चों के बैठने की क्या व्यवस्था हो और स्कूलों में प्रवेश एवं निकास की कैसी व्यवस्था सुरक्षित रहेगी। स्कूल और वर्गकक्ष में छात्रों के बीच शारीरिक दूरी किस प्रकार किया जाना सही रहेगा। सभी सरकारी और निजी स्कूलों के प्रधानाध्यापक अपना रिपोर्ट शिक्षा विभाग के कार्यालय में छह जून तक हर हाल में उपलब्ध करवाएंगे। इसके उपरांत स्कूलों से प्राप्त होने वाले रिपोर्ट को अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग सह निदेशक माध्यमिक शिक्षा को सात जून को हर हाल में भेज दिया जाएगा। डीपीओ एसएसए अजीत शर्मा, डीपीओ माध्यमिक शिक्षा मु. अशफाक आलम और डीपीओ योजना लेखा शिव शंकर मिस्त्री ने भी इस संबंध में सभी प्रखंड के बीईओ को ससमय रिपेार्ट उपलब्ध करावाने के निर्देश दे दिए हैं।