प्रशासनिक उदासीनता के कारण स्वास्थ्य केंद्र का भवन जर्जर
संवाद सूत्र बहादुरगंज (किशनगंज) सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत पंचायतों में लाखों क
संवाद सूत्र, बहादुरगंज (किशनगंज) : सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत पंचायतों में लाखों की लागत से स्वास्थ्य भवन बनने के बावजूद विभागीय उदासीनता के बीच यह शोभा की वस्तु बनकर रह गया है। मशानगांव पंचायत के झीगाकाटा हाट में वर्षों पहले स्वास्थ्य भवन बनाया गया। परंतु विभागीय उदासीनता के बीच यहां चिकित्सक के पदस्थापन हुए बिना ही यह भवन जर्जर के साथ खंडरनुमा हो चला है।
वहीं जंगल भी अपना साम्राज्य स्थापित कर चुका है। जिससे अब स्वयं इलाज की आवश्यकता है।इस संबंध में झींगाकाटा के अबुल कलाम व चडकपाड़ा लौचा के अली मुर्तजा का कहना है कि प्रारंभिक दौर से ही यह उप स्वास्थ्य केंद्र कभी खुला ही नहीं। चिकित्सक तो दूर स्वास्थ्य कर्मी भी इस स्वास्थ्य केंद्र में दरवाजा खोलकर बैठना मुनासिब नहीं समझा। कुछ वर्ष पहले तक प्रमीला देवी नामक की एएनएम कभी कभार क्षेत्र में आकर टीकाकरण का कार्य अवश्य करती थी। परंतु उसका स्थानांतरण ठाकुरगंज होने के बाद किसी भी एएनएम तक क्षेत्र में भ्रमण करते हुए नहीं देखा गया। ऐसे में क्षेत्र के लोगों को छोटी-छोटी बीमारियों के लिए ग्रामीण चिकित्सक पर आश्रित रहना पड़ता है या फिर समुचित इलाज के लिए बाहर जाना पड़ता है। कोरोना जैसे संक्रमण काल में विभागीय उदासीनता के कारण लोगों को वैक्सीन या अपना इलाज के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है। बेहतर होता जिला प्रशासन इस ओर समुचित ध्यान देकर वर्षो पहले बना इस उप स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों का पदस्थापन कर लोगों को स्वास्थ्य सम्बंधित इलाज हेतु समुचित व्यवस्था करें। ताकि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का लाभ सुदूर ग्रामीण क्षेत्र रहने वाले लोगों को भी मिल सके।