टीएमसी कार्यकर्ताओं ने ट्रेनों की कोच में जमाया कब्जा, यात्री हलकान
किशनगंज। कोलकाता में आयोजित तृणमूल कांग्रेस की रैली में भाग लेने जा रहे कार्यकर्ताओं ने ि
किशनगंज। कोलकाता में आयोजित तृणमूल कांग्रेस की रैली में भाग लेने जा रहे कार्यकर्ताओं ने किशनगंज होकर कोलकाता जानेवाली सभी ट्रेनों की कोच में अपना कब्जा जमा लिया। कार्यकर्ताओं के साधारण डब्बे के साथ-साथ आरक्षित डब्बों में कब्जा जमा लेने से आरक्षित टिकट पर यात्रा कर रहे यात्रियों को भारी फजीहत झेलनी पड़ी। यात्रियों द्वारा रेलमंत्री को ट्वीटर के माध्यम से घटना की जानकारी दिये जाने के बाद रेल प्रशासन हरकत में आ गया। लेकिन कार्यकर्ताओं के समक्ष उनकी एक नहीं चली। गुरुवार रात कोलकाता जानेवाली ट्रेनों के किशनगंज पहुंचने के बाद आरपीएफ अधिकारी और जवान हल्का बल प्रयोग करने के बाद कई यात्रियों को बैठने की जगह दिलाने में सफल रहे। परंतु किशनगंज में काफी कम समय के लिए ट्रेनों का ठहराव होने से कई यात्री यात्रा करने से वंचित रह गए। हज यात्रा के लिए निकले पांजीपाड़ा निवासी मु.जमालुद्दीन, इशहाक, हुसैन इमाम, साहेरा खातून एवं जायमा आदि ने उत्तर बंग एक्सप्रेस के एस पांच डब्बे में अपना बर्थ आरक्षित कराया था। शुक्रवार शाम 7.12 बजे 13148 डाउन उत्तर बंग एक्सप्रेस के किशनगंज रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या दो पर पहुंचने के बाद उन लोगों ने देखा कि उनके आरक्षित बर्थ पर टीएमसी कार्यकर्ताओं ने कब्जा जमा लिया है। घटना की जानकारी मिलते ही आरपीएफ जवान मौके पर पहुंचे। लेकिन जब तक वे कुछ कर पाते तब तक ट्रेन अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गई। आरपीएफ अधिकारियों ने बारसोई आरपीएफ को घटना की जानकारी दे दी। बारसोई आरपीएफ के पहल के बाद हाजियों को बैठने की जगह मिल गई। जबकि 12378 डाउन पदातिक एक्सप्रेस में कार्यकर्ताओं के हंगामे के कारण कई यात्री ट्रेन पर भी चढ़ ना सके। आरपीएफ सब इंस्पेक्टर रत्नेश कुमार ने बताया कि कार्यकर्ताओं के लिए रेलवे के द्वारा सभी ट्रेनों में अलग से कोच की व्यवस्था की गई थी। लेकिन कार्यकर्ताओं के हुजूम ने आरक्षित डब्बों में कब्जा जमा लिया था। यात्रियों द्वारा ट्वीटर कंप्लेन के बाद कंट्रोल रूम की सूचना पर आरपीएफ जवान अलर्ट हो गए थे। लेकिन किशनगंज स्टेशन पर काफी कम समय के लिए ट्रेनों का ठहराव होने के कारण सभी यात्रियों की सहायता नहीं की जा सकी।