तेजस्वी ने कहा-साजिश रचकर एक लालू को जेल में रख लो, यहां कई लालू जेल के बाहर हैं
तेजस्वी यादव ने खगड़िया में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार और बिहार सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि आप साजिश रचकर एक लालू को जेल में रख सकते यहां कई लालू बाहर हैं।
खगड़िया, जेएनएन। जिले के गोगरी में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि साजिश के तहत भले ही एक लालू को जेल में डाल दिया गया हो, परंतु उनकी विचारधारा के रूप में कई लालू बाहर हैं, किसी में दम नहीं जो संविधान से छेड़छाड़ कर सके। उन्होंने बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर भी तंज कसा। उन्होंने लोगों से देश, समाज, संविधान व गरीबों के सम्मान की रक्षा के लिए महागठबंधन को साथ देने की अपील की। वे खगडि़या में महागठबंधन के हम प्रत्याशी मुकेश सहनी के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि 'लालू यादव को साजिश के तहत भेजा जेल, जेल में उनका बेहतर उपचार नहीं किया जा रहा, जेल के वार्ड में भी छापेमारी की जा रही है, केंद्र की मोदी सरकार बेईमान है। बिहार में शराबबंदी के नाम पर घोटाला किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि देश और संविधान को बचाने के लिए केंद्र से नरेंद्र मोदी की सरकार को हटाना जरूरी है। मोदी सरकार देश को बर्बाद कर देगी।
तेजस्वी ने कहा कि उनके पिता को साजिश के तहत फंसाया गया है। जेल में रखा गया है। वे बीमार हैं, परंतु उन्हें भी उनसे नहीं मिलने दिया गया। सोच लीजिए कि ये कैसे लोग हैं, जो पुत्र को भी बीमार पिता से मिलने नहीं दे रहे हैं। इसका कारण है कि एक लालू ही ऐसे प्रखर नेता है, जो इनकी पोल खोलते रहते हैं तथा उनका जमकर विरोध करते रहते हैं।
उन्होंने नीतीश कुमार को मौकापरस्त बताया। कहा, नीतीश कुमार पीठ में छूरा नहीं, तीर मारते हैं। पलटू चाचा कहते थे कि मिट्टी में मिल जाएंगे, पर भाजपा से नहीं मिलेंगे। चाचा तो भाजपा से मिल गए, अब मिट्टी में मिलने की बारी है। सब मिलकर मिट्टी में मिलाएंगे। सभा को अलौली के राजद विधायक चंदन कुमार, प्रत्याशी मुकेश सहनी, पूर्व मंत्री विद्यासागर निषाद आदि ने भी संबोधित किया।
बता दें कि इसके पहले तेजस्वी ने ट्वीट कर पहली बार वोट देने वाले वोटर्स को संदेश देते हुए आगाह किया और एनडीए सरकार पर तंज कसा कि फ़र्स्ट टाइम वोटर को इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि लास्ट चुनाव के फ़र्स्ट टाइम वोटर को किस तरह रोज़गार के नाम पर ठगा गया था। अब उनके घोषणा पत्र में रोज़गार नाम की चिड़िया का ज़िक्र तक भी नहीं। अब युवाओं को राष्ट्रवाद के नाम पर ठगना चाहते हैं।