सदर अस्पताल पर 31 लाख 60 हजार 545 रुपये होल्डिग टैक्स बकाया
जागरण संवाददाता, खगड़िया: नगर परिषद के विकास में होल्डिग टैक्स का नहीं मिलना सबसे बड़ा बाधक बन रहा है।
जागरण संवाददाता, खगड़िया: नगर परिषद के विकास में होल्डिग टैक्स का नहीं मिलना सबसे बड़ा बाधक बन रहा है। जिले के कुल 41 सरकारी भवनों पर एक करोड़ चार लाख 95 हजार 821 रुपये का होल्डिग टैक्स बकाया है। इन सरकारी भवनों में सबसे अधिक 31 लाख 60 हजार 545 रुपये सदर अस्पताल के ऊपर बकाया है। जबकि सबसे कम 23 सौ 78 रुपये वनों का क्षेत्र पदाधिकारी कार्यालय खगड़िया पर बकाया है। यह बकाया वर्ष 2021- 22 की है। जिसे वसूलने में नगर परिषद हांफ रही है। नगर परिषद की रिपोर्ट के मुताबिक जिले में कुल 51 सरकारी कार्यालयों पर एक करोड़ आठ लाख 41 हजार 722 रुपये का बकाया था। जिसमें कुल 10 कार्यालयों वाणिज्य विभाग पर 25 हजार 301 रुपये, महाप्रबंधक उद्योग विभाग खगड़िया पर छह हजार 671 रुपये, जिला उपभोक्ता फोरम खगड़िया पर 11 हजार 877, जल संसाधन विभाग पर एक लाख पांच हजार 374, भारतीय स्टेट बैंक पर 80 हजार 870, उत्पाद अधीक्षक कार्यालय खगड़िया पर 4212, उप डाकपाल 14 हजार 904, जिला योजना पदाधिकारी कार्यालय पर छह हजार 775, आरक्षी अधीक्षक कार्यालय पर 79 हजार 827, परिसदन पर 42 हजार 448 रुपये का बकाया करीब तीन लाख 45 हजार 901 रुपये वर्ष 2021 में जमा किया जा चुका है। शेष 41 विभाग के होल्डिग टैक्स एक करोड़ से अधिक आज भी बकाया है।
जिले के 41 सरकारी भवनों पर नगर परिषद की होल्डिग टैक्स का बकाया है। जिसमें जिला अधिकारी कार्यालय के ऊपर भी एक लाख 31 हजार 908 रुपये बकाया है। वहीं उप विकास आयुक्त खगड़िया के कार्यालय के ऊपर तीन लाख 20 हजार 342 और अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय पर सात लाख सात हजार 93 रुपये का बकाया है।
किस पर कितना बकाया 1. सदर अस्पताल खगड़िया: 31 लाख 60 हजार 545 रुपये
2. भारत संचार निगम लिमिटेड: 18 लाख 18 हजार 360 रुपये
3. कोसी महाविद्यालय: 11 लाख 99 हजार 875 रुपये
4. प्रखंड विकास पदाधिकारी खगड़िया: नौ लाख 56 हजार 226 रुपये
5. जिला पदाधिकारी कार्यालय खगड़िया: एक लाख 31 हजार 908 रुपये
6. प्रबंधक बिस्कोमान खगड़िया: 13 हजार 115 रुपये
7. बुनियादी अस्पताल: 57 हजार 738 रुपये
8. जिला पशुपालन पदाधिकारी कार्यालय: 10 हजार 90 रुपये
9. अवर प्रमंडल पशुपालन पदाधिकारी कार्यालय: 35 सौ 78 रुपये
10. कार्यपालक अभियंता यांत्रिक कार्यशाला: एक लाख 22 हजार 888 रुपये
11. अंचल कार्यालय खगड़िया: 72 हजार 334 रुपये
12. जिला मत्स्य पदाधिकारी कार्यालय खगड़िया: 39 हजार 44 रुपये
13. केंद्रीय विद्यालय खगड़िया: 72 हजार 77 रुपये
14. बिहार स्टेट ट्रांसपोर्ट: 88 हजार 32 रुपये
15. राष्ट्रीय उच्च पथ कार्यालय: 16 हजार 809 रुपये
16. सहायक निदेशक पशु विकास वृहत शुक्र भंडारण केंद्र: 53 हजार 46 रुपये
17. मंडल कारा खगड़िया: दो लाख 24 सौ पांच रुपये
18. वनों का क्षेत्र पदाधिकारी: 23 सौ 78 रुपये
19. बिहार राज्य खाद्य निगम खगड़िया: 57 हजार 180 रुपये
20. भवन निर्माण विभाग: चार लाख 78 हजार 924 रुपये
21. व्यवहार न्यायालय खगड़िया: एक लाख 62 हजार 666 रुपये
22. जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी कार्यालय: 31 हजार 298 रुपये
23. अधीक्षक पर्यवेक्षण गृह: 25 हजार 706 रुपये
24. उप विकास आयुक्त खगड़िया कार्यालय: तीन लाख 20 हजार 342 रुपये
25. जिला परिवहन कार्यालय: 47 सौ 76 रुपये
26. जिला परिषद खगड़िया: सात लाख सात हजार 93 रुपये
27. अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय खगड़िया: दो लाख 88 हजार 126 रुपये
28. जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय खगड़िया: 25 हजार 272 रुपये
29. बंदोबस्त कार्यालय खगड़िया: 15 हजार 552 रुपये
30. जिला सामाजिक सुरक्षा: 12 हजार 444 रुपये
31. निबंधक कार्यालय खगड़िया: 19 हजार 500 रुपये
32. लोक स्वास्थ्य प्रमंडल खगड़िया: 85 हजार
33. जिला साक्षरण भवन: 42 सौ 53 रुपये
34. कार्यपालक अभियंता लघु सिचाई विभाग: 11 हजार 848
35. प्राचार्य महिला महाविद्यालय: एक लाख एक हजार 20 रुपये
36. श्रम संसाधन नियोजन कार्यालय खगड़िया: 37 हजार 702 रुपये
37. पथ निर्माण विभाग डुमरी घाट: 70 हजार 425 रुपये
38. जिला कोषागार पदाधिकारी: 13 हजार 850 रुपये
39. जिला भविष्य निधि पदाधिकारी खगड़िया: आठ हजार 332 रुपये
40. पशु शल्य चिकित्सक पदाधिकारी: चार 860 रुपये
41. सहायक निदेशक वृहद पशु विकास क्षेत्रीय स्तर खगड़िया: 43 सौ 46 रुपये कोट
सभी सरकारी कार्यालयों पर होल्डिग टैक्स की बकाया राशि को जमा करने के लिए नगर परिषद द्वारा साल में दो बार नोटिस भेजी जाती है। लेकिन सरकारी कार्यालय इसकी सुध नहीं लेते हैं। जिन- जिन कार्यालयों पर बकाया राशि बाकी है, उनके अधिकारियों से लगातार संपर्क किया जा रहा है। करीब पांच वर्षों से भी अधिक समय से सदर अस्पताल अपने होल्डिग टैक्स जमा नहीं की है। जिस कारण से सर्वाधिक बकाया 31 लाख के करीब सदर अस्पताल पर है। राजीव कुमार झा, सिटी मैनेजर