इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक ने घर-घर पहुंचने में बनाया कृतिमान
खगड़िया । वैश्विक महामारी कोरोना के कारण लॉकडाउन में जहां लोग पैसे के लिए बैंक में
खगड़िया । वैश्विक महामारी कोरोना के कारण लॉकडाउन में जहां लोग पैसे के लिए बैंक में भटकने के साथ लंबी लाइन में लगकर पैसे निकालने को विवश हैं, वहीं डाककर्मी लोगों को इंडिया पोस्ट के माध्यम से घर- घर जाकर उनके पैसे पहुंचा रहे हैं। वे अपनी जान जोखिम में डालकर गांव- गांव, घर- घर जाकर लोगों की मदद कर रहे हैं। डाक कर्मियों की सजगता व कर्मठता का ही परिणाम है कि बेगूसराय प्रमंडल इंडिया पोस्ट पेमेंट में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। ये आज भी अपने कार्य को बखूबी अंजाम दे रहे हैं।
सौंडिहा के शाखा डाकपाल रश्मिरंजन ने बताया कि किसी भी बैंक का खाता हो इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक आपको हर बैंक खाता से नगद राशि निकासी की सुविधा प्रदान करती है। सहायक डाक अधीक्षक आशुतोष कुमार ने बताया की इंडिया पोस्ट पेमेंट के कर्मी ने इंडिया पोस्ट पेमेंट के माध्यम से लॉकडाउन के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। भारतीय डाक विभाग ने एईपीएस के द्वारा लोगों को नगद भुगतान की व्यवस्था शुरू की। जिसमें बिहार डाक प्रमंडल ने कृतिमान बनाया है। बेगूसराय प्रमंडल के डाक अधीक्षक अरविद कुमार सिंह ने बताया कि बीते 19 मई 2020 को विभागीय स्तर पर एईपीएस महा लोगइन डे मनाया गया। जिसमें एक दिन में 3.27 लाख लोगों को 23.30 करोड़ रुपये भुगतान कर बिहार भारतवर्ष में शीर्ष स्थान प्राप्त किया। प्रत्येक एक्सेस पॉइंट पर औसतन 39 लोगों को भुगतान करके बिहार डाक परिमंडल औसत भुगतान संख्या में भी शीर्ष स्थान पर रहा। वहीं 1.47 लाख लोगों तक पहुंचकर पूर्वी क्षेत्र का औसत प्रति एक्सेस पॉइंट 45 रहा।
क्षेत्रीय स्तर पर पूर्वी क्षेत्र ने एक दिन में 1.47 लाख लोगों को 10 करोड़ रुपये भुगतान किया और पूरे भारत में क्षेत्रीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया। जबकि बेगूसराय प्रमंडल ने कुल 22,920 लोगों के बीच एक करोड़ से अधिक का भुगतान एक दिन में करके बिहार में दूसरा स्थान प्राप्त किया। कमल किशोर, शाखा डाकपाल, सुर्यपुरा ( भगवानपुर उपडाकघर ) के द्वारा एक दिन में 851 लाभुकों के बीच सात लाख से अधिक रुपये का भुगतान कर राष्ट्रीय स्तर पर दूसरे स्थान पर रहे। जिला स्तर पर खगड़िया जिला में इतमादी शाखा के आशीष रंजन ने एक दिन में एईपीएस के माध्यम से 359 लोगों को भुगतान कराकर जिले में प्रथम रहे। जबकि बीरबास के सिकेंद्र कुमार ने 228 लोगों को तथा डुमरिया बुजुर्ग के अनील राय 151 लोगों को भुगतान करा क्रमश: द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहे थे।