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एकजुट होकर सीएए, एनआरसी और एनपीआर का करें विरोध : उमेश

खगड़िया। सीएए एनआरसी और एनपीआर के विरोध में खगड़िया के जलकौड़ा छोटी चौक और माड़

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Feb 2020 05:57 PM (IST)Updated: Tue, 04 Feb 2020 05:57 PM (IST)
एकजुट होकर सीएए, एनआरसी और एनपीआर का करें विरोध : उमेश
एकजुट होकर सीएए, एनआरसी और एनपीआर का करें विरोध : उमेश

खगड़िया। सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में खगड़िया के जलकौड़ा छोटी चौक और माड़र के रहमान शाहीनबाग में मंगलवार को भी धरना जारी रहा। दोनों जगहों पर धरना में अच्छी-खासी भीड़ देखी गई।

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जलकौड़ा में अनिश्चितकालीन धरना का मंगलवार को 13वां दिन था। यहां लोग धरना पर लगातार जुटे हुए हैं। जबकि माड़र रहमान शाहीनबाग में धरना का नौंवा दिन था। धरना को कांग्रेस, राजद, भाकपा, माकपा, हम आदि का समर्थन प्राप्त है।

जलकौड़ा में आयोजित धरना सभा को सामाजिक कार्यकर्ता बली रहमानी (दिल्ली), पूर्व मुखिया व माकपा नेता उपेंद्र महतो आदि ने संबोधित किया। बली रहमानी ने कहा कि इस कानून को लेकर आज देश भर में आंदोलन चल रहा है। केंद्र की सरकार जब तक इस कानून को वापस नहीं लेगी आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने धरना सभा में महिलाओं की भागीदारी पर खुशी का इजहार किया। कहा, जीत हमारी होगी।

सभा की अध्यक्षता उमेश कुमार ने की। उमेश कुमार ने कहा कि आज एकजुट होकर इस कानून का विरोध करने की जरूरत है। इस कानून से सर्वाधिक गरीब, वंचित, महादलित, आदिवासी प्रभावित होंगे। हर धर्म-संप्रदाय, जाति के लोग इससे प्रभावित होंगे। इस मौके डॉ. अताउर रहमान, मुखिया नैयर आलम, जिसान अहमद आदि मौजूद थे।

माड़र रहमान शाहीन बाग में धरना सभा को संबोधित करने बाद माकपा जिला सचिव संजय कुमार ने कहा कि आज पूरे देश में सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ लोगों में नाराजगी है, आक्रोश है। नागपुर से देश नहीं चलेगा, देश संविधान से चलेगा। लेकिन आज संविधान खतरे में है।


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