'ज्ञान के मंदिर' को मसीहा की तलाश
खगड़िया। कभी युवा पुस्तकालय अलौली की चर्चा दूर-दूर तक होती थी। यह पुस्तकालय न सिर्फ अलौली बि
खगड़िया। कभी युवा पुस्तकालय अलौली की चर्चा दूर-दूर तक होती थी। यह पुस्तकालय न सिर्फ अलौली बल्कि जिले के गौरव में शुमार था। परंतु आज यह भव्य अतीत को याद कर अपने स्याह वर्तमान पर आंसू बहाने को विवश है।
फरकिया मिशन के संस्थापक किरणदेव यादव कहते हैं- इस पुस्तकालय के जीर्णोद्धार को लेकर लगातार आंदोलन चलाया गया है। अगर इसका जीर्णोद्धार नहीं हुआ, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। किरणदेव ने कहा कि पुस्तकालय परिसर अतिक्रमित है। अतिक्रमण मुक्त कराने को लेकर सीओ से बातचीत की गई है।
स्थानीय लोगों के अनुसार अलौली प्रखंड कार्यालय के समीप अवस्थित युवा प्रखंड पुस्तकालय में कभी दूर-दराज से पाठक आते थे। परंतु आज यह अपने अस्तित्व को खोने के कगार पर है। किताबें दीमक चट कर गई। पुस्तकालय भवन जंगल में तब्दील होकर रह गया है। भवन जर्जर हो चुका है। आज इस पुस्तकालय को किसी मसीहा की तलाश है। स्थानीय लोगों के अनुसार कभी युवा पुस्तकालय झोपड़ी में चला करता था। बाद में ग्रामीणों ने चंदा कर ब्लॉक चौक के पास पुस्तकालय भवन का निर्माण कराया। दूर-दूर से पाठक भी आने लगे। कालांतर में रख-रखाव के अभाव में किताबें नष्ट हो गई। आज पुस्तकालय बंद है। पुस्तकालय भवन जंगल में तब्दील हो गया है। स्थानीय लोगों ने इस ओर अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकृष्ट कराया है।
======
आवेदन मिलने पर जांच होगी। उसके बाद पुस्तकालय की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा।
राजीव रंजन श्रीवास्तव, सीओ, अलौली।