यह मानसी प्रखंड कार्यालय है, अभी आपका काम नहीं होगा
खगड़िया। मानसी प्रखंड कार्यालय में कर्मियों का घोर अभाव है। इससे आम आवाम को परेशानियों
खगड़िया। मानसी प्रखंड कार्यालय में कर्मियों का घोर अभाव है। इससे आम आवाम को परेशानियों का प्रतिदिन सामना करना पड़ रहा है। नित्य सुदूर देहात से कई लोग आवश्यक कार्य से प्रखंड कार्यालय पहुंचते हैं, परंतु यहां आने पर उन्हें निराशा ही हाथ लगती हैं। मालूम हो कि मानसी प्रखंड कार्यालय से सात पंचायतें जुड़ी हुई है। जनप्रतिनिधियों में इसको लेकर गहरी नाराजगी है। प्रखंड प्रमुख बलवीर चांद ने अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया है। उन्होंने कहा है कि कर्मियों की कमी के कारण विकास कार्य प्रभावित हो रहा है। कई महत्वपूर्ण योजनाएं अधर में लटक गई है। वृद्धा पेंशन, दिव्यांग पेंशन, राशन कार्ड, आवास योजना, कन्या विवाह जैसी योजनाओं के क्रियान्वयन पर विराम लग गया है। बताते चलें कि प्रखंड कार्यालय में कनीय लिपिक, प्रधान सहायक आदि के पद खाली पड़े हैं। जिसके कारण आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रमुख के अनुसार इस ओर अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया गया, परंतु परिणाम शून्य ही निकला है। वरीय लिपिक की नियुक्ति भी हुई, लेकिन आज तक योगदान ही नहीं दिया है। जबकि चकहुसैनी मुखिया दीपक कुमार विद्यार्थी ने बताया कि प्रखंड कार्यालय में कर्मियों की कमी रहने से विकास कार्य सीधे तौर पर प्रभावित हो रहा है। पंसस उपेंद्र ¨सह के अनुसार कर्मियों की कमी के कारण कई लाभुकों को शौचालय योजना का लाभ नहीं मिला है। जबकि मानसी जिले का खुले में शौच से मुक्त पहला प्रखंड है। लाभुक प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाते-लगाते थक चुके हैं। पंसस मनीष ¨सह ने भी इस ओर अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया है। कहा है कि विभिन्न प्रकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ कर्मियों की कमी के कारण लोगों को नहीं मिल रही है। लोगों की नाराजगी का सामना पंचायत प्रतिनिधियों को करना पड़ रहा है। मालूम हो कि मानसी प्रखंड कार्यालय को अपना भवन तक नहीं है। यह सामुदायिक भवन में चल रहा है। जबकि वर्ष 1994 में मानसी प्रखंड की स्थापना हुई।
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' एक माह से कनीय लिपिक और प्रधान सहायक का पद रिक्त है। इस संबंध में जिलाधिकारी को भी लिखा गया है।'
= आबिद हुसैन, बीडीओ, मानसी प्रखंड।
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