लोग लगा रहे गुहार, बख्श दो बागमती माई
खगड़िया । नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है। कोसी-बागमती लगातार खतरे के निशान से
खगड़िया । नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है। कोसी-बागमती लगातार खतरे के निशान से ऊपर है। अभी खतरे के निशान से नीचे आने की संभावना दूर-दूर तक नहीं दिखाई पड़ रही है। बाढ़ और कटाव का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। शुक्रवार को जिला प्रशासन की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार खगड़िया के बलतारा में कोसी स्थिर थी। लेकिन खतरे के निशान से एक मीटर 24 सेमी ऊपर थी। जबकि बागमती भी जिले के संतोष स्लूईस के पास स्थिर थी, लेकिन खतरे के निशान से दो मीटर 19 सेमी ऊपर बह रही थी।
बागमती अलौली प्रखंड के उत्तरी बहोरवा और चौथम के अग्रहण में तेजी से कटाव कर रही है। रोज कोई न कोई घर नदी में समा रहे हैं। उत्तरी बोहरवा में कई लोगों ने अपने हाथों घरों को तोड़कर हटा दिया है। यहां पीड़ितों के बीच अंचल प्रशासन की ओर से प्लास्टिक सीट और फूड पैकेट का वितरण किया गया है। लेकिन, कटाव जारी है। अलौली सीओ प्रदीप कुमार ने कहा कि, उत्तरी बोहरवा में चल रहे कटाव को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग, फ्लड कंट्रोल और सदर एसडीओ को लिख चुके हैं। अग्रहण में बागमती बरपा रही कहर
चौथम के अग्रहण में बागमती की कहर जारी है। स्थानीय निवासी और एनएसयूआइ के जिलाध्यक्ष नितिन पटेल ने बताया कि अब तक दो दर्जन के आसपास घर नदी में समा चुके हैं। लोग रतजगा करने को विवश हैं। उनके अनुसार महेंद्र चौधरी, भोला चौधरी, बबूल चौधरी, दिलखुश चौधरी, रामफूल चौधरी, श्रवण चौधरी, जुगल चौधरी, रणवीर चौधरी, अमरनाथ चौधरी, अनिल चौधरी, छोटू चौधरी, दिलीप चौधरी, रूदल सिंह, श्याम सुंदर सिंह, सुनील सिंह, ओपी सिंह, मोगल रजक, लक्ष्मण रजक, सुधीर रजक, चमकू सिंह, विमल चौधरी आदि के घर बागमती में समा चुके हैं। लेकिन, प्रशासनिक स्तर पर अब तक कोई राहत नहीं मुहैया कराई गई है।
इधर, अग्रहण का जायजा लेने बाद बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल-दो के कार्यपालक अभियंता गणेश प्रसाद सिंह ने बताया कि वहां फ्लड फाइटिग कार्य को लेकर तैयारी आरंभ कर दी गई है।