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बाढ़ पीड़ितों को प्रशासन ने भगवान भरोसे छोड़ा

खगड़िया। जिले में बाढ़ की स्थिति दिनोंदिन गंभीर होती जा रही है। परंतु, प्रशासनिक स्तर पर अभी भी ढंग से राहत कार्य नहीं चलाए जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Sep 2018 06:43 PM (IST)Updated: Sat, 15 Sep 2018 06:43 PM (IST)
बाढ़ पीड़ितों को प्रशासन ने भगवान भरोसे छोड़ा
बाढ़ पीड़ितों को प्रशासन ने भगवान भरोसे छोड़ा

खगड़िया। जिले में बाढ़ की स्थिति दिनोंदिन गंभीर होती जा रही है। परंतु, प्रशासनिक स्तर पर अभी भी ढंग से राहत कार्य नहीं चलाए जा रहे हैं। ¨रग बांध टूटने के बाद बौरना गांव पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में है। लोगों का घरों से निकलना मुश्किल है। परंतु, यहां नाव की समुचित व्यवस्था अब तक नहीं की गई है। बाढ़ पीड़ित घर छोड़कर बांध-तटबंध पर शरण लेने को विवश है। पीड़ित परिवार खासकर घर की महिला व बच्चों को अपने सगे-संबधी के यहां भेज रहे हैं। जबकि इटहरी पंचायत की भुड़िया, कटघरा और आश्रम टोला का सड़क संपर्क शनिवार की तड़के अनुमंडल मुख्यालय गोगरी से भंग हो गया। दस हजार से ऊपर की आबादी बाढ़ की चपेट में है। गंगा, बूढ़ी गंडक के जलस्तर में वृद्धि जारी

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गंगा और बूढ़ी गंडक के जलस्तर में लगातार वृद्धि से अब तबाही की स्थिति बनती जा रही है। शनिवार को भी गंगा और बूढ़ी गंडक के जलस्तर में वृद्धि जारी रही। गंगा डेंजर लेवल से अभी भी एक मीटर 26 सेमी और बूढ़ी गंडक 94 सेमी ऊपर है। स्थिति की भयावहता का अंदाज लगा सकते हैं। पानी बढ़ने से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में स्थिति दिनोंदिन खराब होती जा रही है। सरकार राहत नाव मुहैया कराने तक ही सिमट कर रह गई है। बाढ़ पीड़ितों का आक्रोश बढ़ रहा है। हजारों लोग बाढ़ के पानी में फंसे हुए हैं

रामपुर, बौरना और इटहरी पंचायत में हजारों लोग बाढ़ में फंसे हुए हैं। समुचित संख्या में नाव भी नहीं है। नाव के अभाव में लोग घरों से निकल नहीं पा रहे हैं।

बौरना पंचायत की बड़ी व छोटी बौरना तथा भदलय गांव पूरी तरह जलमग्न हो चुका है। सड़क संपर्क भी लगभग भंग है। बड़ी बौरना व छोटी बौरना गांव को जीएन तटबंध से जोड़ने वाली दोनों प्रमुख सड़क पर पानी बह रहा है। छोटी बौरना की मुख्य सड़क पानी में डूब चुकी है।

मुखिया प्रतिनिधि नाशिर इकबाल के अनुसार छोटी बौरना के लगभग सभी घरों में पानी प्रवेश कर गया है। फिर भी

प्रशासनिक स्तर पर अब तक कोई सहायता मुहैया नहीं कराई गई है। नाव की भी संख्या कम है।

रामपुर पंचायत की पश्चिमी भाग में स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। मध्य मकतब रामपुर, मध्य विद्यालय रामपुर तक पानी पहुंच गया है। रामपुर मुखिया कृष्णानंद यादव व सरपंच नूर आलम के अनुसार सौ से अधिक घरों में पानी है। दो सौ से अधिक घरों के आंगन में पानी पहुंच चुका है। जबकि गोगरी पंचायत की कुंडी, इमादपुर, ¨बदटोली, लतामबाड़ी पानी से घिरा हुआ है। इमादपुर- लतामबाड़ी जाने वाली सड़क पर पानी बह रहा है। मुखिया शांति देवी के अनुसार गोगरी में बाढ़ विकराल रूप धारण करती जा रही है। नगर पंचायत वार्ड 11, शारदा नगर के 60 से अधिक परिवार विस्थापित होकर बांध पर शरण लिए हुए हैं।

जबकि वार्ड आठ के मीरगंज में भी एक दर्जन से अधिक घरों में पानी है।

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