कुख्यात दिनेश मुनि अब भी पुलिस पकड़ से बाहर
खगड़िया। 12 अक्टूबर की देर रात गंगा दियारा में अपराधियों से हुई मुठभेड़ में पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार ¨सह शहीद हो गए। उक्त हत्याकांड का मुख्य आरोपित दिनेश मुनि व अशोक मंडल घटना के 27 दिन बीतने के बावजूद पुलिस गिरफ्त से बाहर है। जबकि खगड़िया, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, कटिहार समेत कई जिले के पुलिस की ओर से दियारा इलाके में कॉ¨म्बग ऑपरेशन चलाया गया। लेकिन आज तक पुलिस के हाथ खाली है। जिले में भी एसपी मीनू कुमारी के निर्देश पर छापेमारी अभियान पुलिस की ओर से चलाए जा रहे हैं। जिले में उक्त अपराधियों को शरण देने वाले संदिग्ध पर भी पुलिस की पैनी नजर है। बावजूद अब तक कुख्यात दिनेश मुनि का पता लगाने में पुलिस नाकाम रही है।
खगड़िया। 12 अक्टूबर की देर रात गंगा दियारा में अपराधियों से हुई मुठभेड़ में पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार ¨सह शहीद हो गए। उक्त हत्याकांड का मुख्य आरोपित दिनेश मुनि व अशोक मंडल घटना के 27 दिन बीतने के बावजूद पुलिस गिरफ्त से बाहर है। जबकि खगड़िया, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, कटिहार समेत कई जिले के पुलिस की ओर से दियारा इलाके में कॉ¨म्बग ऑपरेशन चलाया गया। लेकिन आज तक पुलिस के हाथ खाली है। जिले में भी एसपी मीनू कुमारी के निर्देश पर छापेमारी अभियान पुलिस की ओर से चलाए जा रहे हैं। जिले में उक्त अपराधियों को शरण देने वाले संदिग्ध पर भी पुलिस की पैनी नजर है। बावजूद अब तक कुख्यात दिनेश मुनि का पता लगाने में पुलिस नाकाम रही है।
जिले की पुलिस की ओर से अब तक उक्त कांड में आधे दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया। हिरासत में लिए गए लोगों से गहन पूछताछ भी की गई, लेकिन दिनेश मुनि का कुछ भी पता नहीं चल सका है। मंगलवार को पसराहा पुलिस ने दिनेश मुनि का मुख्य सहयोगी मिथुन दास को तेहाय गांव से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। उससे पूछताछ में अहम सुराग मिले हैं। उसने दारोगा हत्याकांड में अपनी संलिप्तता भी स्वीकार की है। पुलिस ने मिथुन दास के मोबाइल का सीडीआर भी निकाला है। पुलिस के अनुसार उक्त आरोपित का घटना के समय घटनास्थल पर होने की पुष्टि हो रही है। उक्त आरोपित की गिरफ्तारी से पुलिस को दिनेश मुनि के कई राज का पता चला है। पुलिस अभी कुछ भी बताने से परहेज कर रही है। फिलहाल मिथुन दास को एसपी मीनू कुमारी के निर्देश पर नवगछिया पुलिस को सौंप दिया गया है। लेकिन अब भी दिनेश मुनि व अशोक मंडल समेत अन्य अपराधी पुलिस को चकमा देकर भागने में सफल हो रहा है। या यूं कहा जाए कि दिनेश मुनि की गिरफ्तारी पुलिस के लिए एक चुनौती बनी हुई है।