तीसरी हरित क्रांति बिहार से हो: डॉ. प्रेम कुमार
खगड़िया। बिहार के लिए यह स्वर्णिम काल है। जिसकी अगुवाई बिहार में सीएम नीतीश कुमार कर
खगड़िया। बिहार के लिए यह स्वर्णिम काल है। जिसकी अगुवाई बिहार में सीएम नीतीश कुमार कर रहे हैं। राज्य और केंद्र में एनडीए की सरकार हैं। दोनों सरकार का एजेंडा बिहार का विकास करना है। उक्त बातें सूबे के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कृषि विज्ञान केंद्र परिसर में आयोजित संयुक्त कृषि भवन के लोकार्पण के मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कही। कृषि मंत्री ने कहा कि
बिहार में 89 प्रतिशत लोग गांवों में रहते हैं। बिहार के किसान मेहनती हैं। उन्होंने खगड़िया के किसानों की भी चर्चा की। कहा, सरकार जब दिल्ली में कोई पुरस्कार देती है, तो उसमें खगड़िया के किसान भी शामिल रहते हैं। किसानों के विकास के लिए बिहार में 2008 में कृषि रोड मैप तैयार किया गया। जिससे 2012 में गेहूं, 2013 में चावल का रिकार्ड उत्पादन हुआ। सरकार कृषि लागत मूल्य का डेढ़ गुना लाभ किसानों को देना चाहती है। सरकार की विभिन्न योजनाओं के बल पर अब लागत मूल्य का डेढ़ गुना लाभ किसानों को मिल भी रहा है। हम चाहते हैं कि तीसरी हरित क्रांति बिहार से हो। बोले, मुर्गी पालन, बकरी पालन, मशरूम की खेती आदि कर किसान अपनी आय दो गुणी कर सकते हैं। मंत्री ने कहा कि बिहार
देश का रीढ़ बनने जा रहा है। बिहार बदल रहा है। बिहार के 38 जिलों में संयुक्त कृषि भवन का निर्माण किया जा रहा है। जहां कृषि से जुड़े अधिकारी किसानों की समस्याओं का निपटारा करेंगे। कहा कि किसानों की समस्याओं के निपटारे को लेकर प्रत्येक पंचायतों में कृषि कार्यालय खोला जा रहा है। जहां पर किसान सलाहकार एवं किसान समन्वयक बैठकर किसानों की बात सुनेंगे। किसानों को शहर का दौरा नहीं करना पड़ेगा। एक मार्च से इस कार्यक्रम की शुरुआत हो जाएगी। इस मौके पर बेलदौर विधायक पन्नालाल ¨सह पटेल, संयुक्त कृषि निदेशक रतन बाबू, जिला कृषि पदाधिकारी दिनकर प्रसाद ¨सह, कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान डॉ. ब्रजेंदु कुमार, उद्यान वैज्ञानिक डॉ. रणजीत प्रताप पंडित, भाजपा जिलाध्यक्ष अर्जुन शर्मा, लोजपा जिलाध्यक्ष मो. मासूम, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. कंचन पटेल, नौगछिया के भाजपा जिलाध्यक्ष बिनोद मंडल, भाजपा महामंत्री बाबूलाल शौर्य, भाजपा के मीडिया प्रभारी मनीष कुमार राय, डॉ. अनिता कुमारी सहित कृषि विभाग एवं केविके के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।