स्टेशन के अति विशिष्ट कक्ष का सिपाही भी मांग लेते हैं चाबी
खगड़िया। स्टेशन के अति विशिष्ट कमरा का उपयोग के लिए अक्सर सिपाही भी दबाव बनाते रहे हैं, जबकि इसके उपय
खगड़िया। स्टेशन के अति विशिष्ट कमरा का उपयोग के लिए अक्सर सिपाही भी दबाव बनाते रहे हैं, जबकि इसके उपयोग को लेकर जारी सूची में एसपी से नीचे के अधिकारी के लिए नो इंट्री है। कई स्टेशन मास्टर ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि उक्त कक्ष की चाभी डयूटी में रहने वाले स्टेशन मास्टर के पास होता है और अक्सर सिपाही कभी डीएसपी, तो कभी इंस्पेक्टर के लिए दबाव बनाकर चाभी ले लेते हैं। जब इसका पता किया जाता है तो पता चलता है कि डीएसपी अथवा इंस्पेक्टर के लिए नहीं वरन अपने अथवा परिजन के लिए सिपाही चाभी मांगते हैं। सूची के अनुसार कौन कर सकते हैं उपयोग
रेलवे सूत्रों की माने तो राज्यपाल, सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट के न्यायाधीश, जिला जज, लोकायुक्त, उप लोकायुक्त, मंत्री, सांसद, विधायक उक्त कमरा का उपयोग कर सकते हैं। इसी तरह पूर्व सांसद, विधायक यात्रा टिकट के साथ उपयोग करेंगे। इसके अलावा रेल अधिकारी जे ग्रेड, कैबिनेट सचिव, मुख्य सचिव, चेयरमैन, सदस्य सचिव, पीएससी, एससी-एसटी, ओबीसी कमीशन, अल्पसंख्यक एवं महिला आयोग के अध्यक्ष, सचिव, आर्मी कमांडर, चीफ वाइस स्टाफ या समतुल्य, सचिव प्रेस काउंसिल आफ इंडिया, बिहार सरकार के सचिव, चैम्बर ऑफ कामर्स के प्रदेश सचिव, पद्मभूषण धारक आदि उक्त कमरे का उपयोग कर सकते हैं।
कोट
'लगातार सिपाहियों द्वारा यह कहकर कमरा का चाभी लिया जाता है कि डीएसपी अथवा इंस्पेक्टर के लिए चाभी लेना है। दबाव में कई बार चाभी दे दिया भी जाता था। मगर अब उक्त कमरा का दुरुपयोग नहीं होने देंगे।'
अरुण कुमार, स्टेशन अधीक्षक, खगड़िया। === ===