कटिहार से गुवाहाटी तक फैला है टिकट दलालों का नेटवर्क
कटिहार। जाली दस्तावेज के आधार पर व्यक्तिगत यूजर आईडी का उपयोग कर जाली रेल टिकट का
कटिहार। जाली दस्तावेज के आधार पर व्यक्तिगत यूजर आईडी का उपयोग कर जाली रेल टिकट का कारोबार तेजी से फैल रहा है। इस सिडिकेट का मजबूत नेटवर्क जिले के आजमनगर से गुवाहाटी तक सक्रिय है। रेलवे सीआइबी की गुप्त सूचना पर रेल सुरक्षा बल ने कार्रवाई कर इस बड़े नेटवर्क का खुलासा किया है। चार दिन पूर्व आजमनगर के खुरियल बिदटोला से टिकट दलाल मु. अनायत हुसैन को जाली रेल टिकट एवं प्रिंटर के साथ गिरफ्तार किया गया। गुवाहाटी में सिडिकेट के मास्टरमाइंड नयन ज्योति डेका को हिरासत में लिए जाने के बाद की गई पूछताछ में अनायत हुसैन के इस काले कारोबार में शामिल होने का सुराग मिलने के बाद रेल सुरक्षा बल बारसोई एवं समसी की टीम द्वारा संयुक्त रूप से छापामारी की गई। टिकट दलालों के पास से एक दर्जन से अधिक रेलवे ई टिकट, आठ लाइव टिकट सहित उपयोग की गई ई टिकट भी बरामद किया गया है। रेल सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली एवं गुवाहाटी में बैठे इस सिडिकेट के मास्टर माइंड द्वारा कमीशन के आधार पर स्थानीय स्तर पर कई एजेंट को रखा गया है। सीमांचल के जिलों में जाली ई टिकट के काले कारोबार को अनायत ही संचालित कर रहा था। जानकारी के मुताबिक व्यक्तिगत यूजर आईडी का उपयोग कर सिनियर सिटीजन एवं महिला कोटे के लिए आरक्षित बर्थ की बुकिग दस्तावेजों में प्रिटर मशीन के सहारे छेड़छाड कर कर ली जाती है। दूर दराज की यात्रा करने वाले ग्रामीण परिवेश से आने वाले लोगों को अधिक दर पर दलालों द्वारा टिकट बेच दिया जाता है। रेलयात्रा के दौरान टीटीई द्वारा टिकट जांच में इन यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। यद्यपि रेलवे को इससे किसी तरह के राजस्व का नुकसान नहीं उठाना पड़ता है। बताते चलें कि तीन माह पूर्व भी रेल सुरक्षा बल की कार्रवाई में आधा दर्जन टिकट दलालों को गिरफ्तार किया गया था।