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दहेज के खिलाफ इस महिला का 'हल्ला बोल' लिया दहेज तो खैर नहीं ...जानिए

कटिहार जिले के डंडखोरा प्रखंड की प्रमुख पूनम देवी की चर्चा सफल जनप्रतिनिधि के तौर पर है। पूनम लोगों को दहेज न लेने और देने की अपील करती है। अपनी शादी में भी दहेज नहीं दिया था।

By Kajal KumariEdited By: Published: Sat, 11 Nov 2017 09:01 AM (IST)Updated: Sat, 11 Nov 2017 12:03 PM (IST)
दहेज के खिलाफ इस महिला का 'हल्ला बोल' लिया दहेज तो खैर नहीं ...जानिए
दहेज के खिलाफ इस महिला का 'हल्ला बोल' लिया दहेज तो खैर नहीं ...जानिए

कटिहार [नंदन कुमार झा]। डंडखोरा की प्रखंड प्रमुख पूनम देवी पिछले कई वर्षो से देहज के खिलाफ मुहिम चला रही हैं। इसका असर भी दिखने लगा है। गांव में चौपाल के माध्यम से वह लोगों को जागरूक भी कर रहीं है।  

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डंडखोरा प्रखंड के द्वाशय गांव की रहने वाली पूनम लोगों को दहेज न लेने और देने की अपील करती है। उन्होंने अपने परिवार के लोगों को भी दहेज देने से माना कर दिया था। शर्त पूरी होने के बाद ही पूनम शादी के लिए राजी हुई थी। शादी के बाद उनकी मुहिम लगातार जारी है और ग्रामीण क्षेत्र के कई लोग इससे जागरूक होकर दहेज का विरोध कर चुके हैं। 

पूनम की चर्चा सफल जनप्रतिनिधि के तौर पर है। वह पिछले पंचायत चुनाव में पंचायत समिति के पद पर निर्वाचित हुई थी। जबकि इस बार के पंचायत चुनाव में उन्होंने दूसरी बार चुनाव जीतकर प्रखंड प्रमुख निर्वाचित हुई हैं। समाजिक कार्य के साथ शराबबंदी व दहेज मुक्ति के लिए लगातार प्रयास करने के कारण महिलाओं में उनकी गहरी पैठ बन चुकी है। अब ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं भी खुलकर दहेज का विरोध करने लगी है। 

दहेज से शिक्षा का महत्व ज्यादा 

महज नौवीं तक शिक्षा ग्रहण करने वाली पूनम नारी शिक्षा को लेकर सदैव प्रयासरत रहती हैं। उनका कहना है कि बेटी के लिए दहेज की तैयारी करने से बेहतर उन्हें बेहतर शिक्षा देकर आत्मनिर्भर बनाया जाए। उनके प्रयास से कई बदलाव भी हुए हैं।

इसके साथ ही उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में दहेज के लेन देन का बहिष्कार करने और दहेज लेकर और देकर की गई शादी में शरीक न होने की अपील भी करती है। इसके साथ ही रिश्ता तय होने के दौरान भी वह लोगों को दहेज न लेने के लिए प्रेरित करती हैं। 

करा चुकी है बिना दहेज की कई शादियां 

पूनम का प्रयास अब रंग लाने लगा है। उनके प्रयास से वर पक्ष द्वारा दहेज लेने से मना किया गया है। अब तक बिना दहेज के वो आधा दर्जन से अधिक विवाह कराने की बात कहती हैं। पूनम बताती हैं कि प्रखंड के डूमरिया निवासी अमित दास की शादी बस्तौल में कराई गई है।

इसमें वर पक्ष द्वारा दहेज नहीं लिया गया। वही निझरा गांव की बिजली कुमारी के विवाह में दहेज लेने से वर पक्ष ने इंकार कर दिया था। उन्होंने कहा कि दहेजबंदी सरकार की अनूठी मूहिम है। वे दहेजबंदी के लिए सदैव प्रयासरत रहेंगी।   


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