कर्मचारियों से पहले आ धमकते हैं बिचौलिए
कटिहार [मुकेश श्रीवास्तव]। विकास भवन परिसर में मौजूद जिला परिवहन कार्यालय में बिचौलियों का
कटिहार [मुकेश श्रीवास्तव]। विकास भवन परिसर में मौजूद जिला परिवहन कार्यालय में बिचौलियों का घेरा अब भी कायम है। खासकर डीटीओ की अनुपस्थिति में इन बिचौलियों का सीधा प्रवेश कार्यालय में भी रहता है। इतना ही नहीं कार्यालय का समय पर खुलना भी तय नहीं है। कर्मचारियों की लेट-लतीफी आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बनता है। कार्य निष्पादन की व्यवस्था थोड़ी-बहुत बदली है, लेकिन शैली पुरानी ही दिख रही है। दैनिक जागरण के ऑन द स्पॉट में कार्यालय की खामी सामने आयी।
दस बजे से ही लगता है बिचौलियों का जमावड़ा
जिला परिवहन कार्यालय में बुधवार को सुबह दस बजे से ही बिचौलियों का आगमन शुरु हो गया था। बिचौलियों द्वारा ग्रामीण क्षेत्र से काम कराने आये लोगों को झांसा देकर फांसने का प्रयास शुरू था। डाइ¨वग लाइसेंस बनाने, वाहन का निबंधन कराने आदि कार्य कराने को लेकर दर्जन से अधिक बिचौलिया परिसर में जमा था। कई बिचौलिया के पास विविध कार्यों से संबंधित कई आवेदन मौजूद थे। वे लोग कार्यालय खुलने का इंतजार कर रहे थे। दलाल काम जल्द कराने के नाम पर लोगों से लर्निंग लाइसेंस के लिए पांच सौ एवं स्थायी लाइसेंस के लिए दो हजार तक की मांग कर रहे थे।
10.35 तक बंद था कार्यालय का मुख्य द्वार
दस बजकर 35 मिनट तक कार्यालय का मुख्य द्वार बंद था। ड्राइ¨वग लाइसेंस एवं वाहन निबंधन कराने वाले कई लोग बाहर भटक रहे थे। वहां जमा बिचौलिए लोगों की टोह लेने में लगे रहे। बहरहाल लोग यत्र-तत्र भटकते हुए कार्यालय खुलने का बेसब्री से इंतजार करते रहे।
10.40 मिनट पर सुरक्षा कर्मी कार्यालय पहुंचे :
परिवहन कार्यालय में प्रतिनियुक्त सुरक्षा में लगाए गये गृहरक्षा वाहिनी के जवान दस बजकर 40 मिनट पर कार्यालय पहुंचे। वे लोग भी कार्यालय कर्मी के आने का इंतजार करने लगे।
10.43 में खुला कार्यालय :
कार्यालय का मुख्य द्वार दस बजकर 43 मिनट पर खुला। कार्यालय खुलते ही लोग काम कराने के लिए कार्यालय में प्रवेश करने लगे। बिचौलियों की फौज भी कार्यालय में प्रवेश करने लगे।
10. 47 में आवेदन कक्ष का खुला ताला
कार्यालय खुलने के बाद दस बजकर 47 मिनट पर आवेदन कक्ष का ताला खुला। लोगों की भीड़ उस तरफ बढ़ने लगी। साथ ही कई बिचौलिए भी वहां पहुंच गए।
10.50 बजे दो काउंटर ही खुले
परिवहन कार्यालय में लोगों के सुविधा के लिए अलग-अलग छह काउंटर बनाये गए है। परन्तु 10.50 बजे तक काउंटर नम्बर एक और चार खुले थे। तीन नंबर काउंटर के बारे में प्रोग्रामर द्वारा बताया गया कि कम्प्यूटर खराब रहने से बंद है। वही 10.55 पर काउंटर नंबर पांच खुला जहां ऑफ लाइन रजिस्ट्रेशन का काम होता है। खुले काउंटर पर लोग पंक्तिबद्ध होकर काम करा रहे थे।
11.15 बजे तक जिला परिवहन पदाधिकारी नहीं पहुंचे थे कार्यालय
11.15 बजे तक डीटीओ कार्यालय नहीं पहुंचे थे। जानकारी मिली कि वे कहीं चे¨कग में गए हैं। थोड़ी देर बाद यहां आएंगे।
आम लोग डीटीओ कार्यालय से कार्य कराने में हो रहे परेशान :
फोटो- 14 केएटी- 10, 11
जिला परिवहन कार्यालय में काम कराने वाले आम लोगों को काफी परेशानी होती है। समय से कभी लाइसेंस नहीं मिल पाता। बिचौलिए के माध्यम काम कराना अब भी मजबूरी है। अगर स्वयं काम कराना चाहे तो दौड़ते-दौड़ते परेशान हो जाएंगे। कटिहार सदर प्रखंड अंतर्गत मोगरा निवासी मोजम्मिल हक ने बताया कि वे ड्राइ¨वग लाइसेंस का नवीकरण कराने के लिए आए हैं। परन्तु दूसरे काउंटर वाले बतातें है कि छह नंबर काउंटर पर ही इससे संबंधित आवेदन प्राप्त किए जाएंगे। परन्तु छह नंबर काउंटर 11.30 तक बंद है।
जिला परिवहन पदाधिकारी भी कार्यालय में मौजूद नहीं है ऐसे में अपनी समस्या किनके पास रखे। अन्य कर्मी उनकी सुन नहीं रहा है। आजमनगर प्रखंड के जरहंडा निवासी मो. आसिफ ने बताया कि लगभग ढ़ाई माह पूर्व ड्राइ¨वग लाइसेंस बनाने के लिए कार्यालय में आवेदन जमा कराया था परन्तु आज तक लाइसेंस नहीं मिला है। आने पर कार्यालय कर्मी बताते है कि अभी कार्ड उपलब्ध नहीं है। बार-बार आने से परेशान हो गए है।
गृह रक्षक देते है लोगों को आवश्यक कागजात की जानकारी :
परिवहन कार्यालय में आने वाले आम लोगों के कागजात पहले सुरक्षा में लगे गृहरक्षक ही कागजात देखते हैं। कागजात की कमी रहने पर पूरा कर ही पंक्ति में लगने की सलाह भी वे लोगों को देते हैं।