Move to Jagran APP

एक शहर जहां बड़ी संख्या में पिता बन रहे कुंवारे, कारण जानकर हो जाएंगे हैरान

कटिहार जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से कई कुंवारे युवक पिता बनने की बधाई पा रहे हैं। जानिए इस पूरी खबर में....

By Kajal KumariEdited By: Published: Wed, 05 Dec 2018 10:22 AM (IST)Updated: Wed, 05 Dec 2018 04:24 PM (IST)
एक शहर जहां बड़ी संख्या में पिता बन रहे कुंवारे, कारण जानकर हो जाएंगे हैरान
एक शहर जहां बड़ी संख्या में पिता बन रहे कुंवारे, कारण जानकर हो जाएंगे हैरान

कटिहार, नंदन कुमार झा। बिहार में स्वास्थ्य विभाग की मेहरबानी से कुंवारों को भी संतान प्राप्ति की बधाई मिल रही है। आजकल मोबाइल फोन पर प्रसव, जांच कराने और टीकाकरण का संदेश मिलना आम बात हो चुकी है। लेकिन, कई बार गलत मोबाइल नंबरों पर संदेश जाने के कारण लोग परेशान हो रहे हैं।

loksabha election banner

आरसीएच स्कीम से मिल रहा लाभ

सुरक्षित मातृत्व और प्रसव से लेकर स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन आरसीएच (रिप्रोडक्टिव चाइल्ड हेल्थ) स्कीम के तहत हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा योग्य दंपती का प्रोफाइल आरसीएच पोर्टल में दर्ज किया जा रहा है।

इसके आधार पर योग्य दंपती को मिलने वाली सभी सुविधाओं का क्रियान्वयन होना है। प्रोफाइल तैयार करने के दौरान गलत आंकड़े प्रविष्ट कर दिए गए हैं, जिस कारण जरूरतमंदों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।

क्या है आरसीएच पोर्टल

स्वास्थ्य विभाग द्वारा योग्य दंपती का आंकड़ा तैयार कराया जा रहा है। इसमें 15 से 45 आयुवर्ग को योग्य की श्रेणी में रखा जाता है। इसके आधार पर उन्हें स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ, परिवार नियोजन के साधन, गर्भवती महिलाओं की जांच और टीकाकरण, नवजात की जांच और टीकाकरण सहित अन्य सुविधाओं का लाभ दिया जाता है।

इसके लिए योग्य दंपती को एक यूनिक आईडी भी मिलती है। सभी रजिस्टरों का संधारण भी ऑनलाइन मोड में किया जाता है। इसके लिए प्रति एक हजार की आबादी के 17 फीसद को योग्य दंपती के मानक में रखा गया है। 

प्रोफाइल तैयार करने के दौरान बरती गई गड़बड़ी

योग्य दंपती का आंकड़ा आशा कार्यकर्ताओं द्वारा संग्रहित कर उसे पंजी में दर्ज किया जाना था। आशा द्वारा तैयार रजिस्टर की प्रविष्टि डाटा ऑपरेटर के माध्यम से पोर्टल पर अपडेट की जानी थी। पोर्टल पर एक बार प्रोफाइल अपलोड होने और यूनिक आईडी जेनरेट होने के बाद इसका क्रियान्वयन प्रारंभ हो जाता है।

इसके आधार पर टीकाकरण व अन्य जानकारी मोबाइल फोन पर उपलब्ध कराई जाती है ताकि समय पर टीकाकरण और उपचार का लाभ मिले। आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर बैठे सर्वे करने और ऑपरेटर द्वारा गलत जानकारी और मोबाइल नंबर की प्रविष्टि के कारण इसका क्रियान्वयन प्रभावित हो रहा है।

कहा-डीएसएस, कटिहार ने   

आरसीएच पोर्टल पर योग्य दंपती का आंकड़ा अपलोड होने के बाद उन्हें स्वास्थ्य संबंधी जानकारी के साथ प्रसूता के इलाज, टीकाकरण और नवजात की देखभाल संबंधी संदेश भेजे जा रहे हैं। इसमें हर संभव सतर्कता बरतने को कहा गया है। अगर इसमें गड़बड़ी बरती गई है तो इसकी जांच कर दोषी कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी। गलत प्रविष्टी वाले डेटा को अपडेट किया जाएगा। 

- राजेश झा, जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी, डीएसएस, कटिहार


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.